रविवार को कांग्रेस की ओर से संजय निरुपम और मिलिंद देवरा ने समाजवादी पार्टी के फरहान आजमी से बात की है, लेकिन महाराष्ट्र की जिम्मेदारी संभालने वाले अबू आसिम आजमी से कोई बात नहीं हुई है। दरअसल, कांग्रेस कई बार बीएमसी चुनाव में अकेले जाने का राग अलाप चुकी है। पिछले दिनों दिल्ली से आए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में गठबंधन का प्रयास करने का निर्णय किया गया था। इसके बाद से बातचीत शुरू हुई लेकिन आजमी के बदले उनके बेटे फरहान से चर्चा हुई।
दरअसल, दोनों पार्टियों का मुस्लिम समुदाय में वोट बैंक है। इन्हीं सीटों को एसपी भी मांग रही है। ऐसे में, पहले ही मुश्किल लड़ाई में फंसी कांग्रेस अपनी प्रबल सीटों को गठबंधन के नाम पर यूं ही जाने नहीं देना चाहेगी। एक वरिष्ठ नेता ने इसकी पुष्टि की। इससे पहले एनसीपी के साथ भी कांग्रेस का गठबंधन नहीं हो पाया।