तमिलनाडु की राजनीति में शुरू हुआ घमासान इतना बढ़ गया है कि अब पन्नीरसेल्वम ने विधानसभा में बहुमत साबित करने का दावा किया है।चेन्नई स्थित अपने निवास स्थान पर प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि वह असेंबली में अपनी ताकत साबित करेंगे और अगर पार्टी कार्यकर्ता चाहेंगे तो वह इस्तीफा वापस लेने के लिए तैयार हैं। साथ उन्होंने कहा, “अम्मा 16 सालों तक मुख्यमंत्री रहीं, मुझे भी दो बार मौका मिला। यह अम्मा की ही मर्जी थी। हमेशा उन्हीं के बताए रास्ते पर चलूंगा।” “हाल ही में अम्मा मौत को लेकर कई सवाल उठे हैं।
यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि एक समीति गठित की जाएं और जांच की जाए।” पन्नीरसेल्वम ने मंगलवार को यह कहकर सनसनी फैला दी कि उन्हें इस्तीफे के लिए मजबूर किया गया था, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया।
पन्नीरसेल्वम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- “ऐसा कभी नहीं हुआ जब ऐसी एक भी घटना नहीं हुई जब मैंने पार्टी को धोखा दिया हो। फिर चाहे मैं सत्ता में रहा हूं या विपक्ष में। अगर दीपा (जयललिता की भतीजी) मेरी मदद का प्रस्ताव रखेंगी तो मैं इसे स्वीकार करूंगा। केंद्र सरकार तमिल लोगों के साथ है। जो भी तमिल लोगों को समर्थन देगा, हम उसे स्वीकार करेंगे।”