लखीमपुर खीरी : पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यूपी के लखीमपुर में बीजेपी की चुनावी रैली को संबोधित कर दिया। अपने संबोधन में उन्होंने यूपी के सीएम अखिलेश यादव और राज्य की समाजवादी पार्टी की सरकार को निशाने पर रखना जारी रखा। उन्होंने एसपी-कांग्रेस गठबंधन के अलावा मायावती के शासन की भी तीखी आलोचना की। अखिलेश के नारे ‘काम बोलता है’ के आधार पर भी पीएम ने अखिलेश पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने ने कहा कि अखिलेश का काम नहीं, कारनामा बोलता है। मोदी के पूरे भाषण में ‘काम बोलता है’ नारा निशाने पर रहा।
मोदी ने ‘काम बोलता है’ के नारे पर अखिलेश सरकार को एक तरह से चुनौती दी। उन्होंने कई उदाहरणों के जरिए केंद्र और एसपी सरकार के कामकाज का अंतर साबित करने की कोशिश की। मोदी ने कहा, ‘कभी कभी अखिलेश जी कहते हैं कि मोदी जी जरा काम तो बताओ। ये सत्ता के नशे में ऐसे डूबे हुए हैं कि उनको काम नजर नहीं आता।” पीएम ने फसल बीमा योजना, उज्ज्वला योजना, किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने समेत दूसरे केंद्र के प्रॉजेक्ट्स की तारीफ करते हुए अखिलेश की योजनाओं को जमकर निशाने पर लिया। आरोप लगाया कि अखिलेश ने मेट्रो और मेदांता अस्पताल का उद्घाटन तो कर दिया लेकिन वहां कुछ भी शुरू नहीं हुआ।
मोदी ने आरोप लगाया कि 2014 के आम चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद समाजवादी पार्टी को अपने अस्तित्व पर संकट नजर आया। इसी वजह से उन्होंने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया। मोदी के मुताबिक, जिन कांग्रेस के खिलाफ राममनोहर लोहिया जैसे नेता जिंदगी भर लड़ते रहे, उसी कांग्रेस की गोद में समाजवादी पार्टी बैठ गई। मोदी ने कहा, ‘कुर्सी के मोह में सपा कांग्रेस के गोद में बैठ गई।’ मोदी ने आरोप लगाया कि एसपी ने राममनोहर लोहिया जैसे नेताओं का का अपमान किया।
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