डॉक्टरों के हड़ताल के बीच BMC अस्पतालों में 135 मरीजों की मौत, बॉम्बे हाईकोर्ट ने दी चेतावनी

0
डॉक्टर हड़ताल

मुम्बई: मुम्बई के BMC अस्पतालों में लगभग 4000 डॉक्टर हड़ताल पर हैं। वे डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट को लागु करने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस को भी अब गुस्सा आने लगा है। उन्होंने कहा कि इससे मरीजों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। डॉक्टर्स पर हमला निंदनीय हैं। लेकिन उनकी मांग के लिखित आश्वासन के बाद भी वे काम पर नहीं लौटते हैं तो उन पर कार्यवाही की जाएगी।

मुख्यमंत्री के बाद बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी हड़ताली डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की तैयारी कर दी है, माना जा रहा है कि सबका रजिस्ट्रेशन रद्द करके उन्हें परमानेंटली घर बैठा दिया जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक 3 BMC अस्पतालों में आपातकालील सेवाएं उपलब्ध नहीं होने की वजह से 135 मरीजों की मौत हो गई।

इसे भी पढ़िए :  कॉलेज की मनमानी से परेशान छात्रों ने की भूख हड़ताल

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बॉम्बे हाईकोर्ट ने आज महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ़ रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD) को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आप कोर्ट में कुछ और बात करते हो लेकिन बाहर जाकर अपने सुर बदल लेते हो। बॉम्बे हाईकोर्ट ने प्रदर्शनकारी डॉक्टर्स को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे कल सुबह 8 बजे तक काम पर नहीं लौटे तो सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस हड़ताल से BMC के 40 अस्पताल प्रभावित हैं।

महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेन्ट डॉक्टर्स के वकील ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि कल 8 सुबह आठ बजे डॉक्टर्स अपनी ड्यूटी पर लौट जाएंगे। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नावीस ने कहा है कि, अब बहुत हो चुका, हमने डॉक्टरों को जितना मनाना था मना लिया, हमने उनकी हर मांगें मान लीं, अगर इसके बाद भी जनता को परेशानी हुई तो हम डॉक्टरों को माफ़ नहीं करेंगे।

इसे भी पढ़िए :  मणिपुर चुनाव 2017 : पहले चरण में सुबह 9 बजे तक 10 फीसदी मतदान