केजरीवाल पर ये 11 बड़े आरोप लगाकर पीसी में ही बेहोश हुए कपिल

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कपिल

नई दिल्ली: पांच दिन से अनशन पर बैठे आम आदमी पार्टी से निलंबित विधायक कपिल मिश्रा ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए. पत्रकार वार्ता खत्म होते ही कपिल मिश्रा बेहोश हो गए. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया. केजरीवाल सरकार के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हजारों पन्नों के साथ मीडिया के सामने आए. कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निम्नलिखित आरोप लगाए-:

1. अरविंद केजरीवाल ने देश की जनता से चंदा को लेकर धोखा दिया. नकली कंपनियों का नेटवर्क तैयार किया गया. कालेधन को सफेद किया गया. इसमें अरविंद केजरीवाल के निजी लोग शामिल हैं. आज इस बात को लेकर सीबीआई में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के नाम पर धोखा दिया गया. नील नाम के एक शख्स का परिचय कराने के बाद उन्होंने कहाकि इन्होंने यह कागज एकत्र किए हैं. कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल का एक वीडियो दिखाया गया. इसमें अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि हमने किसी से गलत पैसा नहीं लिया. नहीं तो सरकार बनने के बाद ऐहसान चुकाना पड़ता है. वे कह रहे हैं कि पार्टी चलाने के लिए पैसा चाहिए. सरकार बनने के बाद उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए पैसा चाहिए.

2. कपिल मिश्रा ने कहा कि 2013-14 को पार्टी के अकाउंट में जो पैसा था उसका हिसाब किताब चुनाव आयोग से छिपाया गया. जो अकाउंट में पैसा था उसकी डिटेल भी पार्टी की वेबसाइट पर नहीं दे गई. उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी सच नहीं बताया गया.

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3. तीन साल के बाद आयकर विभाग के नोटिस में इन्होंने चुनाव आयोग को अमाउंट बदलकर जवाब दिया. 2015-16 में बैंक में 65 करोड़ से ज्यादा पैसा था, लेकिन चुनाव आयोग को बताया गया 32 करोड़ का हिसाब किताब. और वेबसाइट पर भी अलग अमाउंट डाले गए. कई बोगस एंट्री की गई. उन्होंने कहा कि कई चुनाव आयोग से लगातार तीन साल तक जानकारी छिपाई गईं. साथ ही कहा कि आयकर विभाग से सभी बातें छिपाई गईं.

4. कई बोगस कंपनियों को आयकर विभाग ने पकड़ा. दो करोड़ का हिसाब किताब विभाग ने पकड़ा जिसे अरविंद केजरीवाल ने नकार दिया. उन्होंने कहाकि उनके पास इसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कई कंपनियों के नाम लेकर आरोप लगाया कि इन फर्जी कंपनियों का रिश्ता अरविंद केजरीवाल से हैं या फिर उनके करीबियों की हैं. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इन सारी बातों की जानकारी थीं. करीब 16 फर्जी कंपनियों से लेन देन किए गए हैं.

5. कपिल मिश्रा ने कहा कि कुछ ऐसे आदमियों के नाम भी लिए जिनके नाम से चंदा दिए गया. इनमें कई के खाते उसी एक्सिस बैंक की शाखा से हैं जहां नोटबंदी के दौरान छापा मारा गया था. ये कृष्णानगर ब्रांच का किस्सा है. अधिकतर चंदे रात के 12 बजे के करीब आए. यहां पर कालाधन के सफेद करने का काम किया गया.

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6. आरोप लगाया, आम आदमी पार्टी के विधायक शिवचरण गोयल का भी इनसे सीधा लिंक है. उन्होंने कहा कि गोयल ने अपने एफिडेविट में झूठ बोला. इन्होंने कई फर्जी कंपनियों के जरिए कालाधन को सफेद किया और पार्टी को चंदा दिया. रात में चंदा देने वाली कंपनियों में इनकी भी कंपनी है. इनकी कंपनियों से दो करोड़ पार्टी के दिए गए. इनके बारे में अरविंद केजरीवाल ने इनकार किया था.

7. कपिल मिश्रा ने दीपक अग्रवाल का नाम लिया. कहा कि इनका सीधा संबंध गोयल से है जिनकी कंपनी में ये डायरेक्टर रहे. उन्होंने कहा कि हेमंत कुमार नाम का आदमी भी इस गड़बड़ी में शामिल हैं. उन्होंने सुशील कुमार गुप्ता का नाम लिया और कहा कि इन्होंने गोयल को दो करोड़ रुपये दिए थे.

8. कपिल मिश्रा ने दावा किया कि ये लोग चंदे के लिए हेर फेर करते रहे. उन्होंने कहा कि इन कंपनियों ने आम आदमी पार्टी को हवाला का पैसा दिया. उन्होंने पार्टी विधायक नरेश यादव का भी जिक्र किया जिसके जरिए कालाधन पार्टी को दिया गया. कपिल मिश्रा ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल को अपने विधायकों की ये सारी जानकारी थी.

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9. उन्होंने कई और लोगों के नाम लिए जिन्होंने फर्जीवाड़े के जरिए पार्टी को चंदा दिए. उन्होंने कहा कि सैकड़ों कंपनियों एक ही पते पर बनाया गया. कई कंपनियों को विदेशी कंपनी भी दिखाया गया. उन्होंने रमेश बेल्लमगोला का जिक्र किया जिन्होंने एक करोड़ 10 लाख रुपये से अधिक का पार्टी को दान दिया. उन्होंने कहा कि यह आदमी इतना चंदा देने की इलेजिबिलिटी भी नहीं रखता. यह केवल 2500 रुपये दे सकता था.

10. एक महिला ने 90 लाख रुपये दिए जिसने अभी तक केवल 4000 रुपये का आयकर भरा है. उन्होंने कई ऐसे चेक दिखाए जिन पर कोई नाम नहीं है, उन पर कोई तारीख नहीं है. फिर भी पार्टी के खाते में पैसे आ गए. यह सब एक्सिस बैंक से जुड़े हैं. कई और चेक ऐसे और सामने आए.

11. योगेश चंद नाम के आदमी का चेक भी दिखाया. 35-35 करोड़ के दो चेक आए. इसका भी हिसाब कितान नहीं है. ये चेक भी उन्हीं कंपनियों के हैं. इन पर भी तारीख नहीं है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल चंदा छिपा रहे थे.