डोपिंग विवाद के चलते अब रूस के खिलाड़ी अपना जौहर 5 अगस्त को ब्राजील के रियो डे जेनेरियो में आयोजित होने वाले ओलंपिक गेम में नहीं दिखा पाएंगे। दरअसल, हाल ही खबर आई है कि रूस की वेटलिफ्टर टीम को रियो ओलंपिक में हिस्सा लेने पर बैन कर दिया गया है। वेटलिफ्टर संघ का कहना है कि वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी की जांच में रूस के 10 खिलाड़ियों के नाम पॉजेटिव आए हैं, जिसके चलने ओलंपिक में जाने पर पाबंदी लगाई गई है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डोपिंग में खिलाड़ियों की मदद वहां की सरकार कर रही है। वहीं वेटलिफ्टर संघ का कहना है कि डोपिंग जैसे विवादों से बचने और खेल को पाक बनाए रखने के लिए रूसी खिलाड़ियों पर बैन लगाया गया है।
#BREAKING Olympics: Russian weightlifting team banned from Rio – official
— AFP news agency (@AFP) July 29, 2016
गौरतलब है कि रूसी वेटलिफ्टर्स पर बैन से पहले ही 111 खिलाड़ियों को रियो ओलंपिक में भाग लेने से बैन किया जा चुका है। लिहाजा अब इस फेहरिस्त में कुछ और खिलाड़ियों पर भी बैन लगाया जाना मुनासिब है। क्योंकि रूस के कौन से खिलाड़ी रियो ओलंपिक में हिस्सा लेंगे, ये तय करने की जिम्मेदारी विभिन्न खेलों से जुड़े संघों लेंगे।
दूसरी ओर रूस के खेल मंत्री का कहना है कि रियो के लिए चुने गए कुल 387 खिलाड़ियों में 272 को हिस्सा लेने के लिए मंजूरी दे दी गई है। रूस के कितने खिलाड़ी ओलंपिक में हिस्सा लेंगे और कितनों पर बैन होगा इसका फैसला आज यानी शनिवार को आने की संभावना है। फिलहाल बॉक्सिंग, गोल्फ, जिम्नास्टिक, हैंडबॉल और ताइक्वांडो संघों को भी खिलाड़ियों पर फैसला लेना है।
Very unfair no evidence at all from the Russian weightlifting team @SkySportsNewsHQ pic.twitter.com/Muh3DB0NqC
— Zar (@unknownsock_zar) July 29, 2016