गुड़गांव गैंगरेप: दो आरोपी गिरफ्तार, पीड़िता की आपबीती सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे

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गुड़गांव
फाइल फोटो
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हाल ही में गुड़गांव में हुए दिल दहला देने वाले गैंगरेप मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बचे एक आरोपी की तलाश जारी है। बता दें कि महिला के साथ इन दरिंदो ने ना सिर्फ रेप किया बल्कि उसकी 9 महीने की बेटी को भी ऑटो से बाहर फेंक दिया था जिससे बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी। तीनों आरोपी बुलंदशहर से हैं। पीड़िता ने अपने साथ हुई इस दर्दनाक घटना बताई जिसे सुनकर सुनने वाले की भी रूह कांप जाएगी।

 

पीड़िता ने बताया कि पति से झगड़ा होने के बाद वह गुड़गांव के खांडसा गांव स्थित अपने मायके जा रही थी। इस दौरान उसने एक ट्रक से लिफ्ट मांगी। ट्रक ड्राइवर ने उसे लिफ्ट, तो दिया लेकिन उसके साथ बदसलूकी करने लगा। इसका विरोध करने पर उसने बेहद भीड़भाड वाले एनएच-8 पर उतार दिया। महिला सड़क पर अकेले खड़ी थी।

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उसी दौरान नशे में धुत्त तीन लोग एक टेम्पो में आये और उसे घर तक छोड़ने की बात कहने लगे। महिला ने बताया, ‘मैं इंतजार कर रही थी। उसी दौरान बीयर पीते हुए हुए लोग एक टेम्पो में मेरे पास आये। पूछने लगे कि मैं कहां जा रही हूं। उन्होंने मुझ पर हमला कर दिया। मेरी जब बच्ची रोने लगी तो, उन्होंने मुंह दबाकर चुप कराने का प्रयास किया।’

 
पीड़िता के मुताबिक, ‘बच्ची जब चुप नहीं हुई, तो उन लोगों ने उसको फुटपाथ पर फेंक दिया। मैंने उनसे छोड़ देने की विनती करते हुए कहा कि कि मेरी बच्ची रो रही है।’ चार घंटे तक महिला के साथ बलात्कार करने के बाद वह भाग गए। यह जाने बगैर कि बच्ची मर चुकी है। महिला वहां गई, जहां उसकी बच्ची को फेंका गया था। उसे उठाया और अस्पताल पहुंची।

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वहां डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची मर चुकी है। तब तक सुबह हो गई थी। हार माने बगैर, यह 23 वर्षीय मां अपनी बच्ची का निर्जीव शरीर लेकर दिल्ली मेट्रो में चढ़ी और उसे लेकर दिल्ली के एम्स अस्पताल में दिखाने आई। बाद में वह गुड़गांव के एमजी रोड मेट्रो स्टेशन गई, जहां उसका पति इंतजार कर रहा था। महिला को यकीन नहीं हुआ कि बेटी मर गयी है।

 
महिला ने बताया कि उसके साथ चार घंटे तक सबकुछ होता रहा, लेकिन उस सड़क पर पुलिस की परछाई भी नहीं दिखी। गुड़गांव के पुलिस आयुक्त खिरवार ने स्वीकार किया, प्राथमिकी में बलात्कार की धारा जोड़ने में कुछ लापरवाही और गलती हुई है। हम अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। एक महिला उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

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यह भी सामने आया है कि जांच के दौरान मेडिकल और अन्य प्रक्रिया में भी देरी हुई है। पुलिस ने शुरूआत में गैंगरेप का मामला दर्ज नहीं किया। घटना के पांच दिन बाद उन्होंने प्राथमिकी में यह धारा जोड़ी। एक अधिकारी ने बताया कि विशेष जांच दल का गठन किया गया। उसने मैजिक टेम्पो में मौजूद योगेन्द्र और अमित को गिरफ्तार कर लिया। एक की तलाश है।

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