वारदात के दिन मैजिक टेम्पो में मौजूद तीन लोगों में योगेन्द्र भी था। पहली नजर में ऐसा लगता है कि बच्ची की हत्या में तीनों शामिल हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार बच्ची की मौत मुंह-नाक बंद करने पर दम घुटने और बाहरी चोटों के कारण हुई है। तीनों ने महिला को लिफ्ट दी और उसे मानेसर में वारदात की जगह पर ले गए। वहां गैंगरेप किया।
आरोपी योगेन्द्र ने पुलिस को बताया कि वे बीयर पी रहे थे। उन्होंने जब महिला को देखा तो वह नशे में थे। आईएमटी मानेसर चौक से तीनों उसे एनएच-8 की सर्विस लेन में ले गए। सड़क की दूसरी ओर बने रिमझिम होटल से उन्होंने खाना लिया और मैजिक टेम्पो को सेक्टर-8 की बाहरी सड़क की ओर मोड़ लिया। उन्होंने रो रही बच्ची को फुटपाथ पर फेंक दिया।
गुड़गांव पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार ने बताया कि योगेन्द्र और अमित को गुड़गांव में उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि जयकेश अभी भी फरार हैं। तीनों हाल ही में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से गुड़गांव आये थे। पुलिस ने 29 मई को हुए गैंगरेप और हत्या के घटनाक्रम को जोड़ा और स्वीकार किया कि जांच में गलती हुई है।