गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद शनिवार को छठे दिन भी जारी है। इसके चलते उत्तरी पश्चिम बंगाल के पर्वतीय क्षेत्रों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। बंद ने आज हिंसक रुख अख्तियार कर लिया तथा पुलिस और जीजेएम समर्थकों के बीच झड़प में एक नागरिक के मारे जाने की खबर है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बंद के पीछे साजिश का आरोप लगाया है। ममता ने कहा कि इलाके में शांति स्थापित करने के लिए पैनल का गठन किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अखिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि भारतीय रिजर्व बटैलियन की दूसरी बटैलियन के असिस्टेंट कमांडेंट टीएम तमांग की जीजेएम समर्थकों के साथ झड़प में बुरी तरह से घायल होने की खबर है। राज्य के एडीजी (कानून-व्यवस्था) ने बताया कि जीजेएम समर्थकों ने पुलिस पर फायरिंग की और पुलिस के वाहनों में आग लगा दी है। इसमें एक नागरिक की मौत हुई है।
जीजेएम के सहायक महासचिव बिनय तमंग ने दावा किया कि पुलिस और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब 3 बजे उनके घर में भी उसी प्रकार छापेमारी और तोड़फोड़ की, जैसे 2 दिन पहले उन्होंने पार्टी प्रमुख बिमल गुरुंग के घर पर की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शुक्रवार रात पुलिस के साथ-साथ टीएमसी समर्थकों ने उसके घर में तोड़फोड़ की और उनके परिवार के सदस्यों को धमकी दी। तमंग ने साथ ही दावा किया कि पुलिस ने जीजेएम के विधायक अमर राय के बेटे को भी गिरफ्तार कर लिया है। अमर राय का कहना है कि उनके बेटे का राजनीति से कोई लेनादेना नहीं है। दार्जिलिंग के सिंगमारी क्षेत्र में पुलिस और जीजेएम समर्थकों में झड़प की खबरें हैं।
तमंग ने एक बयान में कहा, ‘हम स्तब्ध हैं कि पिछली रात एक स्थानीय पत्रकार विक्रम राय को गिरफ्तार कर लिया गया। राय कोलकाता के कई मीडिया संस्थानों से जुड़े हैं। वह एक टेलीविजन चैनल के लिए स्ट्रिंगर के रूप में भी काम कर चुके हैं। अगर दार्जिलिंग में स्थानीय पत्रकार तक सुरक्षित नहीं हैं तो कौन हो सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘दार्जिलिंग में आभासी आपातकाल लागू कर दिया गया है।’