साइरस मिस्त्री को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद उनके करीबी भी कंपनी छोड़कर जा रहे हैं। एचआर विभाग के प्रमुख एनएस राजन के इस्तीफे के बाद शनिवार मधु कन्नन और निर्मल्या कुमार ने भी टाटा संस को छोड़ दिया। दोनों की भर्ती मिस्त्री के कार्यकाल में हुई थी।
मिस्त्री की बर्खास्तगी के बाद कंपनी के निदेशक मंडल को भंग कर दिया गया था। 2013 में मिस्त्री ने पांच सदस्यीय समूह कार्यकारी परिषद का गठन किया था। ये तीनों ही इसके सदस्य थे। कन्नन यहां बिजनेस डेवलेपमेंट और कॉर्पोरेट मामले देखते थे, जबकि निर्मल्या कुमार रणनीतिक सलाहकार थे। इन्होंने टाटा कंपनी के सभी बोर्ड से भी इस्तीफा दे दिया है।
मिस्त्री को हटाने के साथ ही परिषद को भी भंग कर दिया गया था। टाटा समूह की वेबसासाइट से भी इससे संबंधित सभी ब्यौरे को भी हटा दिया गया। माना जा रहा है कि मुकुंद राजन और हरीश भट्ट को नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
साइरस मिस्त्री को हटाए जाने के बाद रतन टाटा को कंपनी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया। चार महीने के अंदर अगले अध्यक्ष का चयन करने के लिए एक कमेटी गठित की गई। टाटा संस के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन ऑफ टाटा संस के मुताबिक कमेटी में रतन एन.टाटा, वेणु श्रीनिवासन, अमित चंद्रा, रोनेन सेन तथा लॉर्ड कुमार भट्टाचार्य शामिल हैं। कमेटी को चार महीने के अंदर अध्यक्ष का चयन अनिवार्य रूप से कर लेना है।