नोटबंदी के बाद नवी मुंबई के वाशी स्थित एपीएमसी की थोक सब्जी मंडी में सब्जियों के बड़ी मात्रा में खराब होने की खबर है। थोक व्यापारियों ने अनुसार बीते 3 दिनों में वाशी की थोक सब्जी मंडी में करीब 1,500 ट्रक और टैंपो में सब्जियों की आवक हुई थी, जिनमें से 50 से 60 पर्सेंट यानी करीब 800 से 900 वाहनों की सब्जियां बिक नहीं पाईं, जिसके चलते सड़ जाने की वजह से उन्हें फेंक देना पड़ा। इससे यहां के थोक व्यापारियों और किसानों को लाखों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
नवी मुंबई की थोक सब्जी मंडी में 9 नवंबर से ही ग्राहकों का अकाल शुरू हो गया था। हालांकि 9 नवंबर के दिन बंद की गई 500 व 1,000 की करेंसी नोटों से व्यापार जारी रखने से सब्जियां कम खराब हुई थीं, लेकिन 10 नवंबर से 12 नवंबर तक के बीते तीन दिनों में थोक मंडी में 1,500 से अधिक वाहनों में आई सब्जियों में से आधे से अधिक सब्जियां ग्राहकों के अभाव में सड़ गईं इन्हें फेंक देने के अलावा व्यापारियों और किसानों के सामने कोई और विकल्प नहीं रह गया था। शुक्रवार के दिन ही करीब 350 से 400 क्विंटल अनबिकी सब्जियां सड़ जाने से फेंक दी गईं।
एक आकलन के अनुसार मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई और आसपास के अन्य उपनगरों को प्रतिदिन करीब 800 से 900 क्विंटल सब्जियों की औसत आपूर्ति नवी मुंबई के एपीएमसी थोक बाजार से की जाती है, लेकिन 500 और 1,000 रुपये के नोट लगी स्थायी रोक से वाशी की थोक सब्जी मंडी में ग्राहकों का जैसे अकाल पड़ गया है। इससे जल्द नष्ट हो जाने वाली अनबिकी सब्जियां सड़ जा रही हैं। इस नुकसान का सर्वाधिक खामियाजा राज्य के सब्जी उत्पादक किसानों को उठाना पड़ रहा है। व्यापारियों का कहना है कि जब तक नई करेंसी नोटों की उपलब्धता सामान्य नहीं हो जाएगी तब तक यही स्थिति बनी रहेगी।