देश की जानी मनी कार निर्माता कंपनी जिसने छोटी और कम रेंज की कारें बनाकर, भारत में लोगों के कार खरीदने के सपने को साकार किया। जी हां इसमें कोई दो राय नहीं कि आम आदमी को कार में बिठाने का श्रेय सबसे ज्यादा मारुति को जाता है। लेकिन मारुति इन दिनों मंदी के दौर से गुजर रही है। ऐसा कंपनी के एक प्रमुख कॉम्पोनेंट वेंडर द्वारा सप्लाइ रोके जाने से हुआ। इस साल जून में मारुति की बिक्री 10.2% घट गयी। इस दौरान
कंपनी ने 92,133 कार बेची, ये आंकड़ा पिछले साल 1 लाख के पार था। कंपनी की आल्टो और वैगन-आर जैसे मिनी सेगमेंट के मुक़ाबले में सबसे ज़्यादा गिरावट आयी। ये गिरावट 19.3 फीसद की थी। कॉम्पैक्ट सेगमेंट की स्विफ्ट, स्टेललों और डिसायर गाड़ियों में भी 12.5 फीसदी की गिरावट आई है। इसके दूसरे तरफ, देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी हुंडई मोटर्स इंडिया की बिक्री जून में 9.7 फीसदी बढ़ कर 39,806 हो गयी। जबकि पिछले साल ये कंपनी महज़ 36,300 कारें ही बेच पाई थी।