नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया के अचानक जाने से आयोग की कई बड़ी योजनाओं सुस्त पड़ सकती है। जिन प्रॉजेक्ट्स को पनगढ़िया खुद संभाल रहे थे, वह उनके जाने से कुछ समय के लिए धीमा पड़ सकता हैं।उन्होंने खुद देश के लिए आने वाले 3 साल को ध्यान में रखते हुए एक ऐक्शन प्लान तैयार किया था।आयोग के अधिकारियों के मुताबिक रोजगार के लिए चीनी तट के पास विशेष जोन बनाने पर पनगढ़िया का अधिक जोर था और वे आधिकारिक थिंक टैंक की बड़ी योजनाओं पर भी काम कर रहे थे, जिनमें आने वाले 15 साल के लिए एक विजन डॉक्युमेंट तैयार करना था।
पनगढ़िया इस महीने के अंत तक ऐकडेमिक्स में लौटने का विचार कर रहे हैं।