Use your ← → (arrow) keys to browse
जनवरी में सरकार ने उस समय नाखुशी जताई थी, जब प्रधानमंत्री की तस्वीर को खादी व ग्रामोद्योग आयोग ने अपने कैलंडर में इस्तेमाल किया था। एक अधिकारी ने बताया, “नोटिस भेजने की बात इसलिए शुरू हुई क्योंकि लग रहा है कि अब इसका इस्तेमाल कुछ ज्यादा ही होने लगा है।”
इसे भी पढ़िए : इजरायल जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे नरेंद्र मोदी, खरीदेंगे 8 हजार मिसाइलें
हाई कोर्ट के एक वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा, “पीएम भी एक आम आदमी की तरह अधिकार रखते हैं कि बिना इजाजत उन्हें किसी भी ब्रैंड का प्रचार करते हुए नहीं दिखाया जा सकता।”
Use your ← → (arrow) keys to browse































































