पीएम मोदी ने आज फिर (रविवार) आकाशवाणी के जरिए ‘मन की बात’ की। पीएम ने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एक बार फिर कैशलेस सोसायटी की वकालत की। उन्होंने कहा कि कैशलेस बनने में भले वक्त लग सकता है, लेकिन कम से कम ‘लेस-कैश’ सोसायटी बनने की ओर तो बढ़ा जा सकता है। मोदी ने रविवार को युवाओं से अपील की है कि वे ‘लेस-कैश’ सोसायटी बनाने के लिए तकनीक के प्रति लोगों को जागरूक करने में मदद करें। पीएम ने गरीबों के जनधन खाते में अपना पैसा जमा कराने वालों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि गरीब की जिंदगी से खिलवाड़ न करें।
मोदी ने कहा कि वह जानते हैं कि नोटबंदी के फैसले से लोगों को काफी मुश्किलें हो रही हैं। उन्होंने कहा, ‘फैसला इतना बड़ा है कि हालात पूरी तरह सामान्य होने में वक्त लगेगा, पर 70 साल की बीमारियों से मुक्ति इतनी सरल नहीं। आपको राहत देने के लिए सरकार ढेर सारे प्रयास कर रही है।’
प्रधानमंत्री ने कई उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे देश के लोग मुश्किलों को झेलने के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ इस महायज्ञ में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने खंडवा में एक बुजुर्ग के दुर्घटना में घायल होने के बाद बैंक कर्मी की ओर से दी गई मदद, सूरत में 500 रुपये में मेहमानों को चाय पिलाकर संपन्न हुई शादी और महाराष्ट्र के अकोला में मुफ्त में खाना खिलाने वाले ढाबे का जिक्र किया।