उर्जित पटेल ने साल 2016 में रघुराम राजन जगह आरबीआई के गवर्नर बने थे। इसके बाद मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान कर दिया। नोटबंदी के बाद उर्जित पटेल का कई जगहों पर विरोध किया गया था। वहीं ये भी सवाल उठे थे कि नोटबंदी मोदी सरकार ने की या फिर आरबीआई ने। आरबीआई मोदी सरकार का नाम ले रही है और मोदी सरकार आरबीआई का नाम ले रही है।
हालही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गवर्नर उर्जित पटेल को संसद की लोक लेखा समिति (PAC) ने नोटबंदी से जुड़े 10 सवाल भेजे थे। इंडियन एक्सप्रेस के हाथ लगे सभी सवालों में पूछा गया है कि कितने नोट बंद किए गए और पुरानी करंसी में से कितना वापस जमा किया जा चुका है, पिछले दो महीनों से आरबीआई के रेगुलेशंस में बार-बार बदलाव क्यों हुए, किस कानून और आरबीआई को मिली शक्तियों के तहत लोगों पर अपनी ही नकदी निकालने पर सीमा तय की गई। वरिष्ठ कांग्रेस नेता केवी थॉमस की अगुवाई वाली समिति ने पटेल से पूछा है कि अगर ऐसा कोई कानून नहीं है तो उन पर ”शक्तियों का दुरुपयोग करने के लिए” मुकदमा क्यों न चले और उन्हें हटाया क्यों न जाए।