दिल्ली
जीएसटी के पास होने से जहां उद्योग जगत के साथ साथ पूरे देश की जनता ये उम्मीद लगाए बैठी है कि इससे उन्हें राहत मिलेगी और चीजें के दाम कम होंगे। लेकिन अब जो खबर आ रही है वो सीधे मध्यमवर्गीय परिवार को परेशान करने वाली है। यात्रा सेवा देने वाली कंपनियों का मानना है कि जीएसटी का कार्यान्वयन होने पर छोटी अवधि के स्तर पर लोगों को यात्रा व छुट्टी (होलीड) आदि पर पहले से अधिक खर्च करना पड़ सकता है। लेकिन दीर्घकालिक स्तर पर होटल व एयरलाइंस पर कर का दोहराव समाप्त होने से उन्हें थोड़ा बहुत फायदा होगा।
काक्स एंड किंग्स के सीएफओ अनिल खंडेलवाल ने पीटीआई भाषा से कहा,‘ उपभोक्ताओं के लिहाज से अल्पकालिक स्तर पर हो सकता है कि दर बढ़ें। लेकिन यह तो जीएसटी परिषद द्वारा दरें तय करने पर ही निर्भर करता है।’