मंगलवार 8 नवंबर की रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्चर्यजनक रूप से घोषणा की थी कि 500 और 1000 रुपये के नोट आधी रात से अमान्य हो जाएंगे। यह काले धन पर अंकुश लगाने की सरकार की योजना का हिस्सा है। इनकी जगह उच्च सुरक्षा वाले 500 और 2000 रुपये के नोट आएंगे।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी की सहयोगी शिवसेना ने भी यह कहते हुए कि इससे लोगों को परेशानी होगी, सरकार के इस कदम पर सवाल उठाए हैं।
शुक्रवार को जब एटीएम फिर से खुले, उनके बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग गईं। लोग घंटों लाइन में खड़े रहे और परेशान हुए क्योंकि ज्यादातर एटीएम में पैसे ही खत्म हो गए। शनिवार को भी लाखों की संख्या में लोग अपने 500 और 1000 के पुराने नोट बदलवाने के लिए लाइन में खड़े रहे।
अगले कुछ दिनों तक बैंकों से निकासी की सीमा प्रतिदिन 10000 रुपये है और एटीएम से एक कार्ड के जरिए रोजाना 2000 रुपये ही निकाले जा सकते हैं, जिसे बाद में बढ़ाकर 4000 रुपये कर दिया जाएगा। लोग 500 और 1000 के पुराने नोट बैंकों और डाकघरों के अपने खातों में जमा करवा सकते हैं।