अलीगढ़ : सीमा पर दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाला एक फौजी शनिवार को अपने ही घर में हरदुआगंज पुलिस के हाथ मुल्जिमों की तरह पिटा। दोष इतना था कि ड्यूटी पर जाने की जल्दी में लाइन से हटकर नोट बदलने के लिए बैंक में घुसने की कोशिश कर रहा था। दारोगा ने गिरेबां पकड़कर खींच लिया। हाथापाई हुई तो पुलिस ने फौजी को जमकर पीटा और मुकदमा दर्ज कर हवालात में डाल दिया। हवालात में भी हथकड़ी नहीं खोली। आठ घंटे बाद जमानत पर रिहा किया गया।
हरदुआगंज के गांव सपेरा भानपुर के माजरा नगला गिरधारी निवासी जयपाल सिंह के तीन बेटे सुभाष, महेश व मोहन फौज में हैं। सुभाष बीते साल सेवानिवृत्त हो चुके हैं। महेश जम्मू कश्मीर से लखनऊ सिगनल कोर में तबादला होकर आए हैं और इन दिनों छुट्टी पर थे। रविवार को लखनऊ पहुंचकर सोमवार को उन्हें ड्यूटी ज्वाइन करनी थी। वह दो दिन से एसबीआइ की हरदुआगंज शाखा में लाइन में लगकर नोट बदलने की जद्दोजहद में लगे थे। शुक्रवार शाम शाखा प्रबंधक ने शनिवार सुबह रुपये बदलने को कह दिया। सुबह दस बजे वह बैंक पहुंचे तो वहां लंबी लाइन लगी थी। बकौल महेश, वे लाइन से हटकर गेट पर तैनात गार्ड व सिपाही से बात करने पहुंचे ही थे, तभी वहां मौजूद दारोगा ने कॉलर पकड़कर लाइन में लगने की बात कही, जिसका उन्होंने विरोध किया।