नई दिल्ली। फिल्म निर्माता करण जौहर और अभिनेता सुरेश ओबेराय सहित बॉलीवुड की हस्तियों ने पाकिस्तानी कलाकारों को भारत छोड़ने की मनसे की धमकी पर रविवार(25 सितंबर) को यह कहते हुए अपनी वेदना व्यक्त की कि प्रतिबंध आतंकवाद का समाधान नहीं है।
‘ऐ दिन है मुश्किल’ के निर्देशक जौहर ने कहा कि उरी आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए उनका दिल रो रहा है और वह देश में इस गुस्से को समझते हैं, लेकिन पड़ोसी देश से कलाकारों का बहिष्कार आतंकवाद का कोई समाधान नहीं है। करण जौहर की इस फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह (प्रतिबंध) ऐसी चीज नहीं है जो आतंक के एहसास को न्यायोचित ठहरा सके। यह एक समाधान नहीं है। मुझे नहीं लगता। बड़ी ताकतों को साथ आना होगा और इस स्थिति को दूर करना होगा। प्रतिभा या कला पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता है।
अनुभवी अभिनेता ओबेराय ने कहा कि कलाकारों के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। पाकिस्तानी कलाकार भी कलाकार है न कि आतंकवादी। इसमें उनकी क्या गलती? उरी आतंकी हमले के मद्देनजर राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने पाकिस्तानी कलाकारों को तुरंत भारत छोड़ने को कहा, अन्यथा उनकी फिल्मों की शूटिंग रोक दी जाएगी।
इस पार्टी ने एक खुला पत्र तक जारी किया और बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं द्वारा अपनी फिल्मों में पाकिस्तानी कलाकारों को रखने के उनके निर्णय पर सवाल खड़ा किया। जौहर और ओबेराय से पहले मनसे पर तंज कसते हुए निर्देशक हंसल मेहता ने ट्विटर पर कहा था कि मनसे अगली केन्द्र सरकार है। एक ही झटके में उन्होंने भारत पाकिस्तान की समस्या हल कर दी। आखिरकार ये कलाकार ही हैं जो हमलों के लिए उकसाते हैं।