फिल्म पद्मावती को लेकर राजपूतों के गुस्से के आगे आखिरकार निर्देशक संजय लीला भंसाली को झुकना पड़ा। बताया जा रहा है कि भंसाली और करणी सेना के बीच अब समझौता हो गया है। आज जयपुर में भंसाली प्रोडक्शन की तरफ से कंपनी की सीईओ शोभा संत ने करणी सेना के नेताओं के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
भंसाली प्रोडक्शन ने राजपूत समाज को भरोसा दिया है कि फिल्म पद्मावती में अलाउद्दीन खिलजी के साथ रानी पद्मावती का कोई भी रोमांटिक सीन नहीं है और इतिहास का पूरा ख्याल रखा जाएगा।
ऐसा बताया गया है कि बातचीत के बाद पद्मावति को लेकर करणी सेना की गलतफहमी दूर हो गई है। भंसाली प्रॉडक्शन ने इंडिया टुडे आज तक से बातचीत में कहा है कि अब फिल्म को लेकर कोई विवाद नहीं है। इस बीच खबर है कि करणी सेना की ओर से फिल्म का नाम पद्मावती के नाम पर न रखने की मांग की गई है और भंसाली इसके लिए राजी भी हो गए हैं।
गौरतलब है कि दो दिन पहले जयपुर के जयगढ़ किले में फिल्म पद्मावती के सेट पर करणी सेना के लोगों ने संजय लीला भंसाली पर हमला किया था। करणी सेना का आरोप था कि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है।
दरअसल करणी सेना खुद को राजपूतों के हितों का रक्षक बताती है और राजस्थान में काम करती है। करणी सेना का दावा है कि रानी पद्मावती राजपूत थीं और उनकी छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई इसलिए उसने प्रदर्शन किया।