दिल्ली: नोटबंदी के बाद अब मोदी सरकार की नजर बेनामी संपत्तियों पर है। बेनामी संपत्ति उस धन को कहते हैं जिसे बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में लिप्त लोग किसी और के नाम से घर, जमीन या इसी तरह के चीजों को अपने काले पैसे से खरीदते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इन काले लोगों के खिलाफ कठोर कदम उठाना जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने बेनामी संपत्ति कानून को धारदार बनाया है और आने वाले दिनों में यह कानून अपना काम करेगा।
पीएम ने पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत यूपीए सरकार पर बेनामी संपत्ति से जुड़े कानून को कई दशकों तक ठंडे बस्ते में डालने का आरोप लगाया। पीएम ने ये बातें आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कही। पीएम ने कहा, ‘मैंने पहले ही दिन कहा था, 8 तारीख को कहा था, ये लड़ाई असामान्य है। 70 साल से बेईमानी और भ्रष्टाचार के काले कारोबार में कैसी शक्तियां जुड़ी हुई हैं? उनकी ताकत कितनी है? ऐसे लोगों से मैंने जब मुकाबला करना ठान लिया है तो वे भी तो सरकार को पराजित करने के लिए रोज नए तरीके अपनाते हैं।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘जब वो नए तरीके अपनाते हैं तो हमें भी तो काट के लिए नया तरीका ही अपनाना पड़ता है। तू डाल-डाल, तो मैं पात-पात, क्योंकि हमने तय किया है कि भ्रष्टाचारियों को, काले कारोबारों को, काले धन को, मिटाना है।’
भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कदम जारी रखने का संकल्प व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि ये पूर्ण विराम नहीं है। ये तो अभी शुरुआत है। ये जंग जीतना है और थकने का तो सवाल ही कहां उठता है, रुकने का तो सवाल ही नहीं उठता है।’ उन्होंने कहा कि जिस बात पर सवा सौ करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद हो, उसमें तो पीछे हटने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है।