एक तरफ केन्द्र सरकार बड़े-बड़े देशों की तर्ज पर भारत में कैशलेस ट्रांजेक्शन पर जोर दे रही है। सरकार देश में मोबाइल फोन के जरिए डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी तरफ चिपसेट मेकर कंपनी क्वालकॉम का कहना है कि भारत में कोई भी मोबाइल ऐप सुरक्षित नहीं है।
कंपनी का कहना है कि भारत में कोई भी वॉलेट और मोबाइल बैंकिंग ऐप्लिकेशन हार्डवेयर लेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करता है, जिससे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स को अधिक सुरक्षित रखा जा सके।
नवभारत टाइम्स की खबर के मुताबिक क्वालकॉम के सीनियर डायरेक्टर प्रॉडक्ट मैनेजर एसवाई चौधरी ने कहा, ‘आपको आश्चर्य होगा कि दुनिया भर के अधिकतर बैंकिंग और वॉलेट ऐप्स हाईवेयर सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करते। वे पूरी तरह एंड्रॉयड मोड में चलते हैं और यूजर्स के पासवर्ड को आसानी से चुराया जा सकते है। यूजर्स के फिंगरप्रिंट्स को भी कैप्चर किया जा सकता है। भारत में डिजिटल वॉलेट्स और मोबाइल बैंकिंग ऐप्स के लिए यह बड़ी चिंता है।’
एसवाई चौधरी ने मोबाइल बैंकिंग पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि भारत के सबसे मशहूर डिजिटल पेमेंट ऐप्लिकेशन के द्वारा भी हार्डवेयर लेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं किया जाता। ‘हम इसलिए ऐसी बात कर रहे हैं कि कोई भी कंपनी अपने ऐप में हार्डलेवल सिक्यॉरिटी का इस्तेमाल नहीं करती क्योंकि हमने ओरिजिनल इक्विपमेंट मेकर्स के साथ काम किया है।’ मार्केट रिसर्च फर्म स्ट्रैटजी एनालिटिक्स के मुताबिक मोबाइल चिपसेट मार्केट में क्वालकॉम 37 पर्सेंट शेयर के साथ दुनिया में सबसे आगे है।
मोबाइल ऐप को असुरक्षित बताने वाले एसवाई चौधरी ने यूपीए सरकार की ओर से शुरू की गई आधार कार्ड योजना की सराहना की है। चौधरी ने कहा, ‘भारत सरकार की ओर से शुरू की गई आधार योजना का डिजिटल वर्जन पूरी दुनिया के देशों से कहीं आगे की तकनीक है।’
नवभारत के सौजन्य से खबर