विस्तार से कुछ कहे बगैर उन्होंने बोला, ‘‘आतंकवाद में जो भी देश या संगठन संलिप्त हों उनसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को गंभीरता से निपटना चाहिए।’’ इस संदर्भ में चुनयिंग ने ब्रिक्स सम्मेलन के अंत में जारी संयुक्त बयान में आतंकवाद के जिक्र को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान गोवा घोषणापत्र परित हुआ जिसमें आतंकवाद से लड़ने का मुद्दा भी आया। आतंकवाद से लड़ने के मुद्दे पर हमने अपना रूख स्पष्ट कर दिया है।’’ उन्होंने कहा कि चीन चाहता है कि भारत और पाकिस्तान अपने मतभेदों को वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से हल करें।
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक भारत और पाकिस्तान के बीच समस्या की बात है तो दोनों ही देश चीन के करीबी पड़ोसी हैं। हम वाकई आशा करते हैं कि वे वार्ता और चर्चा के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से इन मतभेदों को सुलझायेंगे, अतएव भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध विकसित हो। इससे दोनों देशों और क्षेत्र के हितों की पूर्ति होगी।’’