चीन ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी और जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का बचाव करने को लेकर सफाई पेश की है। चीन ने दावा किया है कि मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने की भारत की मांग पर ‘अलग-अलग विचार’ हैं। साथ ही चीन ने कहा कि इस मांग पर उसकी तकनीकी रोक से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए और वक्त मिल जाएगा।
यह देखते हुए कि चीन को छोड़कर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 में से 14 देशों ने भारत की मांग का समर्थन किया है, चीन की इस सफाई में कोई दम नजर नहीं आता। चीन के विदेश मंत्रालय ने समाचार एजेंसी पीटीआई को एक सवाल के लिखित जवाब में कहा, ‘भारत द्वारा मार्च में लगाए गए आवेदन पर अब भी ‘अलग-अलग विचार’ हैं। तकनीकी रोक से कमिटी को इस मसले पर विचार करने और संबंधित पक्षों से बात करने के लिए और वक्त मिल जाएगा।’
हालांकि चीन के इस स्पष्टीकरण में यह नहीं बताया गया कि मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किए जाने की भारत की मांग को लेकर कौन से देश, किन पहलुओं पर चर्चा करना चाहेंगे? चीन ने भारत की राह में रोड़ा अटकाने के लिए तकनीकी पहलुओं का सहारा लिया है।
































































