दिल्ली सरकार ने चायनीज मांझे पर लगाई बैन

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चायनीज मांझे

दिल्ली में अब से चायनीज मांझा नहीं मिलेगा। दिल्‍ली सरकार ने चायनीज मांझे पर बैन लगा दिया है। कुछ दिन पहले ही सीएम अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली राज्‍य सरकार ने दिल्‍ली हाई कोर्ट से कहा था कि वे नायलॉन से बने इस मांझे पर प्रतिबंध लगाएगी। सरकार की ओर से तो नोटिफिकेशन पहले ही आ गया था, इसके बावजूद यह मांझा राजधानी में कई जगहों पर खुलेआम बिक रहा था। बहुत सारे लोग इसके खतरों से वाकिफ हैं। हालांकि, सस्‍ते और मजबूत होने की वजह से इसका लगातार इस्‍तेमाल कर रहे हैं।

कुछ राज्‍य में इसपर पहले से ही बैन है। कोर्ट में जुल्‍फ‍िकार हुसैन नाम के शख्‍स ने एक याचिका दायर की थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि पक्षी ही नहीं, अब इंसान भी इससे जनित खतरे की जद में हैं। हुसैन ने ईस्‍ट दिल्‍ली में हुए उस हादसे का जिक्र किया था, जिसमें एक 28 साल के युवक की मोटरबाइक से जाते वक्‍त मांझे से गला कटने से मौत हो गई थी। बीते सोमवार को भी दिल्‍ली में एक तीन साल की बच्‍ची की इस मांझे से गले की नस कटने से मौत हो गई थी।

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बरेली के मांझा कारीगरों पर संकट

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2011 में चायनीज मांझे के भारतीय बाजार में पहुंचने के बाद बरेली के सूती मांझे के व्‍यापार पर बड़ा प्रभाव पड़ा। बरेली अपने मांझे के लिए फेमस है। शहर के मांझा कारीगरों का कहना है कि उनके बनाए सूती के मांझे की मांग इतनी कम हो गई है कि उनके इस पेशे में बना रहना मुश्‍क‍िल होता जा रहा है।

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इंडिया में बनता है चायनीज मांझा

नायलॉन से बने इस मांझे का नाम चायनीज मांझा इसलिए नहीं पड़ा क्‍योंकि इसे वहां से आयात किया जाता है। इसे बेंगलुरु और नोएडा की कुछ कंपनियां बनाती हैं। द हिंदू से बातचीत में एक पतंगवाले ने बताया, ‘आम छवि यही है कि जो चीज सस्‍ती है, वो चीन की है। मसलन-चीनी खिलौने, बैग आदि। नायलॉन का मांझा जब 2011 में आया तो यह हाथ से बने सूती मांझे से बेहद सस्‍ता था, इसलिए इसे लोग चायनीज मांझा कहने लगे।’ रिपोर्ट के मुताबिक, यह सूती से बने मांझे से अंदाजन 700 रुपए सस्‍ता है। जहां सूती से बने मांझे के 12 रील की कीमत 1100 रुपए या इससे ज्‍यादा है, वहीं चायनीज मांझे की 12 रील 300 रुपए तक की होती है। नायलॉन का होने से यह आसानी से नहीं टूटता। यह उस धागे की तरह है, जिसका इस्‍तेमाल मछलियों को पकड़ने में होता है। धागे के ऊपर केमिकल की पर्त होती है, जो इसे मजबूत और धारदार बनाती है।

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लेकिन हाल के दिनों में इस मांझे से कई लोगों की जानें गई है। सोमवार को एक तीन साल की बच्ची की गर्दन कट गई थी, जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।