पाकिस्तान में कुछ इस तरह मनता है दशहरा, जानिए क्या है खास

    0
    3 of 4
    Use your ← → (arrow) keys to browse

    08_1476007396

    दशहरा चल समारोह में चलते हैं सबसे आगे

    स्थानीय कमेटी द्वारा चल समारोह निकाला जाता है तो उसमें सबसे आगे मुखौटा धारण किए हुए हनुमानजी चलते हैं। इस दौरान उनकी सुध-बुध ही अलग तरह की होती है। शाम पांच बजे से शुरू हुआ दशहरा उत्सव रात 12 बजे तक चलता है। 50 किलो का मुखौटा पहन हनुमानजी रावण से करीब एक घंटा युद्ध करते हैं। उनका श्रृंगार चमेली के तेल और भगवान श्री हनुमान जी पर चढ़ाए जाने वाले सिंदूर से किया जाता है। पैरों में घुंघरु बांध दिए जाते हैं। नंगे पैर ही शोभायात्रा का पूरा सफर तय करना होता है, चाहे वह कितने ही किलोमीटर की दूरी का क्यों न हो।

    इसे भी पढ़िए :  रियो ओलंपिक से खतरनाक वायरस लेकर लौटीं तीन भारतीय खिलाड़ी !
    3 of 4
    Use your ← → (arrow) keys to browse