तहकीकात में सामने आया कि जनता को स्वाइपिंग मशीन मुहैया कराने वाली कंपनियां किस तरह नियमों का उल्लंघन कर, काले धंधे में शामिल लोगों को स्वाइप मशीन बांट रही हैं। अपने फायदे के लिए ये कंपनियां उन लोगों को भी मशीन दे रही हैं, जो गैरकानूनी कामों के लिए इन मशीनों का गलत इस्तेमाल करते हैं। हैरानी वाली बात ये है कि कई जानी-मानी निजी कंपनियां सबकुछ जानते हुए भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल लोगों को धड़ल्ले से ये मशीने बांट रही हैं।
कोबरापोस्ट और इंडिया न्यूज़ की खास तहकीकात में हमने ऐसी कई जानी-मानी निजी कंपनियों का खुलासा किया, जो आरबीआई की गाइनलाइंस को धता बताकर, बिना वैरिफिकेशन किए लोगों को स्वाइप मशीने मुहैया करा रही हैं और मोटी कमाई कर रही हैं।
हमारी टीम ने इन कंपनियों के बड़े अधिकारियों से बातचीत की और स्वाइप मशीन की मांग की। सैक्स रैकेट से लेकर, हवाला कारोबार तक, एनजीओ की डोनेशन में हेराफेरी से लेकर, रिश्वतखोरी तक.. हर काम के लिए मशीन की मांग की… हैरानी वाली बात ये है कि हर काम के लिए इन कंपनियों के अधिकारी हमें मशीने मुहैया कराने के लिए राजी हो गए।
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