जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना के कैंप पर गुरुवार सुबह हुए आतंकी हमले में आर्मी के तीन जवान शहीद हुए। शहीद हुए जवानों में शामिल शहीद कैप्टन आयुष यादव ने आतंकियों से लड़ते हुए देश के लिए बलिदान हो गया।
यूपी के कानुपर में रहने वाले शहीद आयुष यादव के पिता अरुण यादव ने सरकार से पूछा है कि उन्होंने तो अपना बेटा खो दिया लेकिन आखिर कब तक देश अपने बेटों को ऐसे ही खोता रहेगा। उन्होंने बताया कि आयुष उनका इकलौता बेटा था और बुधवार को ही फोन पर उन्होंने अपने बेटे से बात की थी। आयुष ने अपने पिता को घूमने के लिए श्रीनगर बुलाया था। लेकिन जब पिता ने कहा कि वहां तो बहुत पत्थरबाजी हो रही है तो इस पर आयुष हंसने लगे।
वहीं आयुष यादव की मां ने अपने बेटे के शहीद होने पर कहा कि अगर प्रधानमंत्री इस पर कोई एक्शन नहीं लेंगे, तो मैं अपने बेटे का बदला जरूर लूंगी।
आपको बता दें कि गुरुवार तड़के करीब 5.15 बजे कई आतंकियों ने कुपवाड़ा के आर्मी कैंप पर आत्मघाती हमला कर दिया था। इस हमले में सेना के तीन जवान शहीद हुए थे, और दो आतंकवादियों को मार गिराया था। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से आतंकी लगातार सेना के कैंपों को निशाना बना रहे हैं।
जाहिर है कश्मीर के बिगड़ते हालात और नक्सलवाद ने सरकार की भूमिका पर ढेरों सवाल खड़े कर दिए हैं कि आखिर इन दोनों ही मुद्दों पर सरकार निपटने में नाकाम क्यों साबित हो रही है। आखिर कब तब इस आतंक की आग में हमारे जांबाज जवान झुलसते रहेंगे और देश की सरकार हमले की निंदा कर, एक्शन लेने का भरोसा जताती रहेंगी। आखिर कब खत्म होगा जवानों की शहादत का सिलसिला।