एफबीआई ने नए रिपोर्ट में दिया हिलेरी को झटका, ट्रंप ने भी साधा निशाना

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एफबीआई हिलेरी क्लिंटन

 

दिल्ली:

अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने हिलेरी क्लिंटन को करारा झटका दिया है। एफबीआई ने अमेरिकी विदेश मंत्री के तौर पर हिलेरी की ओर से एक निजी ई-मेल सर्वर के ‘अनुचित’ इस्तेमाल के मामले में अपनी छानबीन से जुड़े दस्तावेज जारी किए हैं। इससे अमेरिकी राष्ट्रपति पद के आगामी चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को अपनी प्रतिद्वंद्वी और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी पर हमला बोलने का नया मौका मिल गया है। ट्रंप ने हिलेरी पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया है।

इस 58 पन्नों के दस्तावेज के मुताबिक, हिलेरी ने लगभग 39 बार एफबीआई को बताया कि उन्हें प्रशिक्षण या गोपनीय सूचना प्रक्रिया के प्रमुख तत्व ‘‘याद’’ नहीं हैं।

दस्तावेजों के मुताबिक, बार-बार पूछे जाने के बावजूद ऐसा लगा कि हिलेरी को निजी सर्वर के अपने इस्तेमाल से जुड़ी सूचनाएं याद नहीं हैं।

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हिलेरी से जुलाई में हुई पूछताछ के बाबत एफबीआई की ओर से जारी फाइलों में कहा गया, ‘‘हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि 2013 में विदेश मंत्री के तौर पर उनकी भूमिका में बदलाव के दौरान उन्हें सरकार से दस्तावेजों की पेशी या संरक्षण के बाबत कोई आदेश या निर्देश प्राप्त नहीं हुआ।’’ एफबीआई ने यह भी कहा कि हो सकता है कि 68 साल की हिलेरी ने अपने दो ज्ञात फोन नंबरों, जिनसे संभवत: ई-मेल भेजे जाते थे, से जुड़े कुल 13 मोबाइल उपकरणों का इस्तेमाल किया।

इस खुलासे के बाद राष्ट्रपति चुनाव के सिलसिले में जारी प्रचार में हिलेरी से पीछे चल रहे ट्रंप को अपनी प्रतिद्वंद्वी पर हमले का एक नया मौका मिल गया। ट्रंप ने हिलेरी पर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का आरोप लगाया।

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ट्रंप की प्रचार टीम ने आरोप लगाया कि हिलेरी ने गलत फैसला किया था। ट्रंप ने एक बयान में कहा, ‘‘निजी ई-मेल सर्वर के बारे में एफबीआई को हिलेरी क्लिंटन की ओर से दिए गए जवाब भरोसा तोड़ते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह देखकर पूरी तरह चौंक गया था कि एफबीआई को दिए गए उनके जवाब और अमेरिकी जनता को उनकी ओर से बताई गई चीजों में पूरा विरोधाभास था…मैं वाकई नहीं समझ पा रहा हूं कि वह मुकदमे से बच कैसे गईं।’’ एफबीआई ने बराक ओबामा प्रशासन के पहले कार्यकाल के दौरान विदेश मंत्री के तौर पर हिलेरी की ओर से एक निजी ई-मेल सर्वर इस्तेमाल किए जाने के मामले की जांच अब बंद कर दी है।

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जांच में यह बात सामने आई थी कि हिलेरी ने ई-मेल भेजने में सक्षम ब्लैकबेरी के 11 मोबाइल एक के बाद एक कर इस्तेमाल किए। इनमें से आठ का इस्तेमाल हिलेरी ने विदेश मंत्री के तौर पर अपने कार्यकाल में किया।

मार्च 2015 में हिलेरी ने कहा था कि उन्होंने कभी एक से ज्यादा उपकरण नहीं रखा और वह अपने मोबाइल का इस्तेमाल निजी और काम से जुड़े ई-मेलों के लिए करती थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सोचा कि मेरे काम और मेरे निजी ई-मेलों के लिए एक ही उपकरण का इस्तेमाल ठीक रहेगा।’’ एफबीआई की फाइलों के मुताबिक, जब ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने निजी सर्वर के बारे में खुलासा किया था, इसके ‘‘एक हफ्ते बाद’’ हिलेरी ने अपने निजी ई-मेलों को डिलीट कर दिया था।