नई दिल्ली। खुद को आतंकवाद का पीड़ित बताते हुए खुफिया ब्यूरो के पूर्व विशेष निदेशक राजेंद्र कुमार ने रविवार(9 अक्टूबर) को पूर्व सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा पर खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों और आतंकवाद से लड़ने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ ‘साजिश’ रचने के लिये कार्रवाई करने की मांग की है। कुमार के खिलाफ इशरत जहां मुठभेड़ मामले में आरोप पत्र दायर किया गया था।
कुमार ने यह भी कहा कि ‘गुजरात का एक नेता जो 2004 से 2014 के बीच काफी ताकतवर व्यक्ति था, उसने सीबीआई जांच को प्रभावित किया और उनके खिलाफ गलत सूचना फैलाई और ‘‘भारत की सुरक्षा के साथ समझौता किया।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘भारत में आतंकवाद पीड़ितों की एक श्रेणी हे, जो दुनिया में और कहीं नहीं पाई जाती है और वह है पुलिस और सुरक्षा बलों की, जो झूठे प्रचार का शिकार हैं। राजनैतिक आरोप-प्रत्यारोप में फंसने के बाद उनपर आतंकवादियों की हत्या का आरोप लगाया जाता है और उसके बाद जेल भेज दिया जाता है।’’
कुमार ने कहा कि ‘‘15 जून 2004 को गुजरात पुलिस ने लश्कर के चार आतंकवादियों (इशरत जहां मामला) को मार गिराया। आईबी ने योजना की सूचना दी थी। इसने इस प्रमुख नेता को गुजरात के उन नेताओं को फंसाने का मौका दिया, जो राष्ट्रीय स्तर पर उभर रहे थे।’’
कुमार ने कहा कि ‘‘एक अभियान चलाया गया कि गुजरात पुलिस निर्दोष लोगों की हत्या कर रही है मैं राजेंद्र कुमार पुलिस को गलत खुफिया सूचना दे रहा हूं। यह मेरे खिलाफ मिथ्या सूचना फैलाई गई।’’
गुजरात के नेता के इशारे पर सिन्हा पर काम करने का आरोप लगाते हुए कुमार ने कहा कि ‘‘वह सुरक्षा एजेंसी और आतंकवाद से लड़ रहे अधिकारियों के खिलाफ साजिश में शामिल हैं। उनके खिलाफ दायर झूठे आरोप पत्र को दरकिनार रखें, उनके समेत एक समूह ने भारत की सुरक्षा के साथ समझौता किया।’’
कुमार ने कहा कि ‘‘यह नेता कोयला घोटाला में शामिल है, लेकिन क्या इस नेता के बारे में सीबीआई जांच हुई। आप जानते हैं कि न्यायालय ने एक जांच समिति गठित की थी, जिसने पाया कि सिन्हा ने कोयला घोटाला और 2 जी घोटाला के सभी आरोपियों से मुलाकात की।’’
कुमार ने कहा कि ‘‘यह दुखद है कि रंजीत सिन्हा और अन्य षड्यंत्रकारी नई सरकार के सत्ता में आने के ढाई साल बाद भी खुले घूम रहे हैं। मैं सरकार से अपील करूंगा कि उन्हें वहां भेजा जाए जहां आतंकवाद से लड़ने वाले अधिकारियों को भेजा गया था।’’ सिन्हा उस वक्त सीबीआई निदेशक थे, जब एजेंसी ने राजेंद्र कुमार और गुजरात के आईपीएस अधिकारियों की भूमिका की इशरत जहां फर्जी मुठभेड़ मामले में जांच की थी।
इशरत केस में राजेंद्र कुमार की क्या थी भूमिका?