गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को आज गुजरात हाई कोर्ट ने एक और मामले में जमानत दे दी। इसके साथ ही उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया। गुजरात हाईकोर्ट ने हार्दिक पटेल पर और सख्त शर्त लगाते हुए, उन्हें 9 महीने तक मेहसाना में दाखिल न होने का आदेश दिया है।
एबीपी न्यूज़ की खबर के मुताबिक उनकी रिहाई अगले साल होनेवाले गुजरात विधानसभा चुनाव के सियासी समीकरणों को नया रूप दे सकती है। पिछले हफ्ते हाईकोर्ट ने 6 महीने के लिए गुजरात निकाला की शर्त पर हार्दिक को दो मामलों में जमानत दी थी। राज्य सरकार इस जमानत में अपनी भूमिका बता रही है, लेकिन हार्दिक के परिवार की राय दूसरी है।
हार्दिक की रिहाई अगले साल अंत में होनेवाले गुजरात चुनाव पर असर डाल सकती है। भले हार्दिक पटेल को राज्य से बाहर रहने को कहा गया है लेकिन पाटीदार नेता राज्य में आंदोलन को आगे बढ़ाने की बात कर रहे हैं।
पाटीदार नेताओं के इस रुख से राज्य की बीजेपी सरकार के लिए मुसीबतें खड़ी हो सकती हैं। पाटीदार आरक्षण आंदोलन के बाद हुए पंचायत चुनावों में बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ा था।