दिल्ली: भाजपा से इस्तीफा देने के एक दिन बाद नवजोत कौर सिद्धू ने आज आरोप लगाया कि पार्टी ने हमेशा उनसे ‘‘चुप’’ रहने को कहा और उन्होंने जब भी अकाली दल के खिलाफ आवाज उठाई तो पार्टी नेता कभी उनके साथ खड़े नहीं हुए।
अमृतसर में विकास परियोजनाओं को लेकर राज्य की अकाली दल- भाजपा नीत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाली नवजोत ने यह भी दावा किया कि अकाली दल के इशारे पर भाजपा के कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है और दिवंगत आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा गठबंधन बनाए रखने के खिलाफ थे।
उन्होंने कहा कि वह विधानसभा से इस्तीफा नहीं देंगी और अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य करना जारी रखेंगी।
नवजोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने हमेशा गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज उठाई.. जब मैंने अपने क्षेत्र के लिए धन मांगा तो कोष जारी नहीं किया गया। मुझसे कहा गया कि राजनीति में ऐसी चीजें होती हैं। मैंने अपनी पार्टी और नेताओं से कई बार बात की और कोष के लिए कहा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने मुझसे कहा कि अपना मुंह बंद रखो और कहा कि कोष जल्दी जारी होगा। मुझसे कहा गया कि अगर कुछ गलत होता है तो मुझे चिंता नहीं करनी चाहिए। गठबंधन है, आप इसके खिलाफ मत बोलिए।’’
































































