डीजीएमओ जनरल रणबीर सिंह ने बताया है कि उरी हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों का हाथ है। उनके पास आग लगाने वाले हथियार थे। सेना के एक शिविर में आग फैल गई। आतंकियों के पास से बरामद चीजों पर पाकिस्तान की मार्किंग है। मैंने पाक डीजीएमओ में बात की है और अपनी नाराजगी व्यक्त कराई है। डीजीएमओ ने बताया कि आतंकियों के पास से 4 एके 47 और ग्रेनेड बरामद हुए। इलाके में अभी भी सर्च ऑपरेशन जारी है। 14 जवानों की मौत टेंट में आग लगने से हुई।
सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे, जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। माना जा रहा है कि हमले को घुसपैठ करके आए आतंकियों के समूह ने अंजाम दिया और वे संभवत: शहर में सलामाबाद नाला के रास्ते घुसे थे।
राजनाथ सिंह नें रद्द किया विदेश दौरा
आज सुबह हुए इस हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अपना विदेश दौरा रद्द कर दिया था। सरकार लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए है। सरकार की ओर से बोलते हुए गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस हमले को बहुत गंभीरता से लिया है और हम इस तरह के किसी भी हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे ।
उरी हमले के बाद काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सेना पर हुए हमले पर दुख जताया है। राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम सभी देश की रक्षा करने वाले सेना के जवानों के साथ हैं ।
रविवार सुबह कश्मीर में बारामुला जिले में एलओसी से लगते उरी सेक्टर में स्थित आर्मी हेडक्वार्टर पर चार आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में 17 जवान शहीद हो गए, जबकि सेना नें हमले में शामिल सभी चार आतंकियों को मार गिराया है।