उन्होंने प्रधानमंत्री पर आम लोगों को लूटने का आरोप लगाते हुए ‘अलीबाबा’ कहा। उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाए कि उनके करीबी लोगों ने नोटबंदी के ऐलान से पहले ही अपना पैसा बैंकों में जमा करा दिया था। नोटबंदी को सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए उन्होंने ‘मोदी हटाओ-देश बचाओ’ का नारा भी दिया। इसके अलावा उन्होंने पीएम मोदी पर तानाशाही के आरोप भी लगाए। साथ ही कहा कि मोदी सरकार के रहते देश के लोग सुरक्षित नहीं हैं।
आगे ममता ने दावा किया कि नोटबंदी की वजह से हजारों मजदूर बेरोजगार होकर अपने मूल स्थानों की ओर लौट गए हैं। ममता कहती हैं कि वह ऐसे सभी लोगों की सूची राष्ट्रपति के पास भेजेंगी। नोटबंदी के मुद्दे पर ममता ने अपनी पार्टी के 1,500 प्रतिनिधियों को अपनी इस रणनीति से भी अवगत कराया।