G-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने चीन पहुंचे पीएम मोदी ने चीन को सलाह देते हुए कहा कि -भारत और चीन को एक दूसरे की आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक NSG मुद्दे पर भी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने सकारात्मक सोच दिखाई है।PM मोदी ने पाक की ओर इशारा करते हुए साफ कहा का आतंकवाद पर फैसले मेरिट के आधार पर होने चाहिए, न की राजनितिक नीयत से लिए जाने चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मीडिया ब्रीफिंग में दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में बताया, ‘प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से कहा है कि भारत और चीन का एक दूसरे की आकांक्षाओं का सम्मान करना बेहद महत्वपूर्ण है। भारत-चीन की साझेदारी सिर्फ एक दूसरे के लिहाज से ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि इसकी अहमियत क्षेत्र और दुनिया भर के लिए है।’ शी चिनफिंग ने भी अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मोदी से सहमति जताई।
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चीन के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया में शी चिनफिंग के हवाले से कहा गया है, ‘हमें एक दूसरे की चिंताओं पर विचार और एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। हमें विवाद के मसलों का वाजिब हल निकालने के लिए सकारात्मक तरीके अपनाने चाहिए।’कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन को किर्गिस्तान के बिश्केक में चीनी दूतावास पर हुए आतंकी हमलों को लेकर भारत की संवेदनाओं से अवगत भी कराया। इसके साथ ही भारत ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का आह्वान भी किया।
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया में शी चिनफिंग के हवाले से कहा गया है, ‘हमें एक दूसरे की चिंताओं पर विचार और एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। हमें विवाद के मसलों का वाजिब हल निकालने के लिए सकारात्मक तरीके अपनाने चाहिए।’रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान का इशारों में जिक्र करते हुए PM मोदी ने चीन को कहा, ‘न केवल भारत बल्कि चीन, रूस और अन्य कई देश हमारे पड़ोस में पैदा हो रहे आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहे हैं।’मोदी शी की मुलाकात आधे घंटे तक चली। तीन महीने से भी कम समय में दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है।