विपक्षी पार्टियों ने नोटबंदी के मुद्दे पर केन्द्र सरकार पर जमकर आरोप लगाए और सरकार की मंशा पर तीखे सवाल खड़े किए। चलिए जानते हैं किस नेता ने सरकार पर क्या कुछ आरोप लगाए ?
राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि संसद में पीएम को आना चाहिए, बहस में भाग लेना चाहिए था। कांग्रेस पार्टी भी काले धन के खिलाफ रही है, लेकिन पीएम साफ करें कि ये फैसला कैसे लिया।
सतीश मिश्रा
बीएसपी सांसद सतीश मिश्रा ने कहा कि पीएम को सदन में आकर अपनी बात रखनी चाहिए। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम नोटबंदी के खिलाफ नहीं हैं। इसे लागू किए जाने के तरीके के खिलाफ हैं।
रविशंकर प्रसाद
विपक्षी दलों पर नोटबंदी के मुद्दे पर संसद में बहस से ”भागने” का आरोप लगाते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह केवल दर्शाता है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में गंभीर नहीं हैं।
मल्लिकाजरुन खड़गे
लोकसभा में विपक्ष का साथ एआईएडीएमके ने भी दिया और मतविभाजन के नियम के तहत चर्चा कराने की मांग पर जोर दिया। सत्ता पक्ष ने हालांकि विपक्ष की इस मांग का जोरदार विरोध किया। कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खड़गे और टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि वे बहस चाहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री की मौजूदगी में।
उधर राज्यसभा में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में चर्चा की मांग समेत विपक्ष ने एक नयी मांग रख दी। विपक्ष का कहना था कि सरकार नोटबंदी के कारण पैदा हुई समस्या के चलते मारे गए 70 लोगों को के परिजनों को दस-दस लाख रूपये का मुआवजा दे।