पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को पाकिस्तानी संसद को संबोधित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए फिर पुरानी बातें दोहराईं। शरीफ ने यूएन में अपने भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि बुरहान वानी कश्मीर का हीरो था। शरीफ ने कहा, ”पाकिस्तान ने खुले दिल से कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी, लेकिन किसी सबूत के बगैर धमकियाें का सिलसिला शुरू हुआ। भारत ने संघर्ष विराम तोड़ते हुए लाइन ऑफ कंट्रोल से फायरिंग की गई, जिसका पाकिस्तान ने माकूल जवाब दिया।” शरीफ ने उरी हमले से बड़ी आसानी से पल्ला झाड़ लिया।
नवाज ने कहा कि वे जंग के पक्षधर नहीं है। उन्होंने संसद में कहा, ”अगर उनकी ख्वाहिश ये है कि शिक्षा में हमारा मुकाबला करें, अगर उनकी ये ख्वाहिश है कि वे राेजगार में हमारा मुकाबला करें तो ठीक हैं। लेकिन मैं कहूंगा कि जिन खेतों में बारूद बोया जाए, वहां खुशहाली के फूल नहीं खिलते।”
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से लड़ रहा है। उन्होंने कहा, ”हम दहशतगर्दी के खिलाफ हैं, दुनिया हमारी कोशिशों को देख रही है और जानती है। एक जिम्मेदार मुल्क की हैसियत से हम अपना किरदार अच्छे से समझते हैं।”