दिल्ली:
पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री रहमान ने आज भारत पर आरोप लगाया कि भारत बलूचिस्तान में पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) जैसे हालात पैदा कर रहा है।
रहमान मलिक ने कहा कि भारत ने संसाधनों से संपन्न कबायली क्षेत्र बलूचिस्तान में सक्रिय अलगाववादियों की मदद कर पाकिस्तान के इस अशांत दक्षिण-पश्चिम प्रांत में ‘‘पूर्वी पाकिस्तान जैसे हालात’’ बना दिए हैं ।
आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सरकार में 2008 से 2013 तक मंत्री रहे रहमान ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि भारत बलूचिस्तान में अलगाववादियों की मदद कर रहा है ।
रहमान ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बलूचिस्तान में पूर्वी पाकिस्तान जैसे हालात बनाए जा रहे हैं । अफगानिस्तान के साथ मिलकर भारत की ओर से मुक्ति-वाहिनी की भूमिका निभाई जा रही है और इसे पश्चिमी देशों का समर्थन प्राप्त है ।’’ पूर्व गृह मंत्री ने कहा कि बलूचिस्तान में कायम अशांति में भारत की भूमिका ‘‘कोई छिपी हुई बात नहीं’’ है और पिछली पीपीपी सरकार ने बलूचिस्तान का मुद्दा भारत के सामने उठाया था ।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत के पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम के सामने यह मुद्दा उठाया था और उन्होंने हमें भरोसा दिलाया था कि वे इस पर गौर करेंगे, हालांकि बाद में हमारी सरकार का पांच साल का कार्यकाल पूरा हो गया और हम मामले में आगे बातचीत नहीं कर सके ।’’ रहमान ने कहा कि पिछली पीपीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान उन्होंने सीनेट में बलूचिस्तान पर पांच घंटे तक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अलगाववादी नेता ब्रह्मदाग बुगती के भारतीय एजेंसियों के साथ कथित रिश्तों का सबूत पेश किया था ।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बांग्लादेश में दिए गए भाषण और फिर इस साल स्वतंत्रता दिवस पर उनके संबोधन का हवाला देते हुए रहमान ने दावा किया कि मोदी बलूचिस्तान में आग को भड़का रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से अपील की कि वह पाकिस्तान के खिलाफ रची जा रही साजिश को गंभीरता से लें और इनके पीछे मौजूद तत्वों के खिलाफ हर जरूरी कदम उठाएं ।
रहमान ने पाकिस्तान को लेकर अमेरिकी नीतियों की भी आलोचना की और कहा कि पिछले साल सितंबर और इस साल जून में भारत और अमेरिका के बीच जिस संयुक्त घोषणा-पत्र पर दस्तखत किए गए हैं, वे पाकिस्तान पर दबाव बनाने की कोशिश हैं ।