दिल्ली: पाकिस्तान ने आज भारत से कहा है कि कश्मीर में अशांति के दौरान गिरफ्तार किए गए हुर्रियत के सभी नेताओं को रिहा किया जाए। उसने कहा कि उन्होंने अपने आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए ‘‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन’’ किया है।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान ‘‘कश्मीर में भारत की बर्बरता की कड़ी निंदा करता है जिसमें भारतीय सुरक्षा बलों ने 110 से ज्यादा नागरिकों और मार दिया और 15 हजार से ज्यादा लोगों को जख्मी कर दिया जिनमें कई की हालत गंभीर है।’’ उन्होंने कहा कि खराब स्वास्थ्य के बावजूद हुर्रियत नेता अली शाह गिलानी को इतने लंबे समय से नजरबंद रखा गया है जबकि यासीन मलिक को ‘‘अवैध रूप से हिरासत’’ में रखने के दौरान ‘‘अमानवीय’’ यातना से उन्हें हृदय संबंधी ‘‘खतरनाक’’ समस्याएं हो गई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान कश्मीरी नेताओं को हिरासत में रखने, गिरफ्तारी की निंदा करता है जो आत्मनिर्णय के लिए शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत से आग्रह करते हैं कि हजारों राजनीतिक कैदियों को रिहा किया जाए जिन पर ं गैरकानूनी कानून जन सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज है।’