नई दिल्ली: कश्मीर में फ़ैले हिंसा के बाद पाकिस्तान अपनी फ़ौज को भारतीय सरहद की तरफ़ भेज रहा है।सरहद के करीब, 5 हजार से 7 हजार पाकिस्तानी फौजी बढ़ चुके हैं, पिछले 15 जून से ये सिलसिला लगातार जारी है। कश्मीर में पाकिस्तान की हरकतों के मद्देनजर फौज की इस तैनाती को भारत बेहद गंभीरता से ले रहा है।
भारत के लिए ये एक बड़ा अलर्ट है क्योंकि पाक अधिकृत कश्मीर आतंकवादी गुटों का गढ़ है। पाकिस्तानी फौज की स्ट्रैटजिक फोर्सेज कमांड ने POK को फौजियों से पाट देने का फैसला अमल में लाना शुरू कर दिया है। पता चला है कि पाकिस्तानी फौज ने कम से कम 7 बटालियनों को 15 जून से ही POK भेजना शुरू कर दिया है। 7 बटालियन का सीधा मतलब है 5 हजार से 7000 फौजी। सूत्रों का कहना है कि भारतीय फौज ने सैटेलाइट की उतारी गई POK की तस्वीरें भी हासिल कर ली हैं।
उन तस्वीरों से भी ये साफ हो रहा है कि पाकिस्तानी फौजियों की तादाद तेजी से बढ़ रही है।
दर-असल POK में 21 जुलाई से चुनाव होने जा रहे हैं। पाकिस्तानी हुकूमत को डर है कि इस पूरे इलाके में चुनाव के दौरान राजनीतिक हिंसा उफान पर पहुंच सकती है। इसके अलावा पाकिस्तानी हुक्मरानों को ये डर भी सता रहा है कि कहीं POK के इलाके में सरकारी बदइंतजामी से खफा लोग पाकिस्तान से आजादी की अपनी पुरानी मांग को नए सिरे से उठाना ना शुरू कर दें।
कश्मीर में अशांति का पाकिस्तान हर मुमकिन फायदा उठाने की फिराक में है। पाकिस्तानी फौज भारतीय सरहद पर फौजी बढ़ा रही है तो पाकिस्तानी हुकूमत कश्मीर को लेकर चालबाजियों से बाज नहीं आ रही है। अब खबर है कि आतंकवादी बुरहान वानी को शहीद बताने वाले शरीफ अब 19 जुलाई को पाकिस्तान में ब्लैक डे मनाने का ऐलान कर रहे हैं। इतना ही नहीं शरीफ ने कट्टरपंथियों और आतंकवादी गुटों के दबाव में आकर कश्मीर में मौत पर भारत की शिकायत हेग में अंतरराष्ट्रीय अदालत में करने का भी मन बनाया है।