कश्मीर में जागी अमन की आस! कहीं से भी बड़ी घटना की ख़बर नहीं

0

श्रीनगर। कश्मीर में अमन की आस जगने लगी है। गुरुवार को कहीं से भी किसी बड़ी झड़प की खबर नहीं है जहां हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हिंसा होने के बीच लगातार छह दिनों से सामान्य जनजीवन प्रभावित है।

इस बीच एक और घायल युवक की यहां के अस्पताल में मौत हो गयी जिससे हिंसा के इस चरण में मृतकों की संख्या बढ़कर 36 हो गयी। मृतकों में एक पुलिसकर्मी शामिल है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक कहीं से भी किसी बड़ी झड़प की खबर नहीं है हालांकि विभिन्न क्षेत्रों से मामूली पथराव की घटनाओं की रिपोर्ट है।’’ उन्होंने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुयी है।

इसे भी पढ़िए :  RBI ने 13 और बैंकों पर लगाया 27 करोड़ रुपये का जुर्माना

पुलिस हिंसक प्रदर्शनों से निपटने के लिए नए तरीके खोज रही है और वह निगरानी के लिए हाईटेक कैमरों से लैस ड्रोनों के इस्तेमाल की योजना बना रही है। इस संबंध में रिमोट से संचालित एक मानवरहित विमान को थोड़ी देर के लिए खाली पड़े लाल चौक के उपर उड़ाया गया। लाल चौक राजधानी श्रीनगर का मुख्य स्थान है।

हालांकि एहतियातन अब भी कर्फ्यू लगे हुए हैं। उपायुक्त ने कहा कि कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए शुक्रवार पूरे पुलवामा जिले में एहतियाती कदम के तौर पर सख्त कफ्र्यू रहेगा। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों से अनुरोध है कि वे अपने घरों से बाहर नहीं निकलें।’’

इस बीच घाटी में कफ्र्यू जैसे प्रतिबंधों और अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल के कारण गुरुवार को लगातार छठे दिन जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। श्रीनगर के कुछ हिस्सों, उत्तरी कश्मीर के कुछ इलाकों और दक्षिणी कश्मीर के चार जिलों में लोगों की आवाजाही पर शनिवार की सुबह लगाए गए प्रतिबंध गुरुवार को भी लागू रहे।

इसे भी पढ़िए :  कश्मीर हिंसा: प्रर्दशनकारियों और सुरक्षबलों के बीच हिंसक झड़प, 20 घायल, मरने वालों की संख्या 73 हुई

अलगाववादी समूहों द्वारा आहूत हड़ताल से घाटी में जनजीवन प्रभावित हुआ। अलगाववादी समूहों ने घाटी में हाल में हुई हिंसा के बाद हड़ताल की अवधि शुक्रवार तक के लिए बढ़ा दी है। अधिकारियों ने कहा कि दुकान, निजी कार्यालय, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद रहे वहीं सरकारी कार्यालयों एवं बैंकों में लोगों की उपस्थिति कम रही।

उन्होंने कहा कि लगातार छठे दिन सार्वजनिक वाहन सड़कों से दूर रहे जबकि उन इलाकों में निजी गाडियां और ऑटो रिक्शा चलते दिखाई दिए, जहां प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं।

इसे भी पढ़िए :  पाक पीएम पर भड़के सलीम खान, कहा नवाज़ का नाम बे-नवाज़-शरीर होना चाहिए था

गर्मी की छुट्टियों के कारण घाटी में शैक्षणिक संस्थान बंद हैं, जबकि कश्मीर केन्द्रीय विश्वविद्यालय, कश्मीर विश्वविद्यालय, इस्लामिक यूनिवर्सिटी आफ साइंसेज एंड टेक्नोलाजी और जम्मू एंड कश्मीर स्कूल शिक्षा बोर्ड ने मौजूदा स्थिति के मद्देनजर परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

हड़ताल एवं प्रतिबंधों के कारण घाटी में विवाह समारोह बड़े पैमाने पर रद्द करने पड़े हैं। कई लोग केवल अपने निकट संबंधियों एवं मित्रों की मौजूदगी में और पारंपरिक दावत के बिना सादगी से विवाह समारोह आयोजित कर रहे हैं।