दिल्ली:
गौमांस पर प्रतिबंध के पक्ष में तैयार मोदी सरकार को अब अपने ही घर में विरोध का मुंह देखना पड़ रहा है। पहले भाजपा के ही दलित सांसद उदित राज और अब मोदी सरकार के मंत्री रामदास अठावले ने गाय के मांस पर प्रतिबंध का विरोध किया है। अठावले ने कहा कि गौमांस पर पूर्ण प्रतिबंध का लगाया गया तो इससे किसानों को मुश्किल होगी।
सामाजिक न्याय मंत्री ने कहा गौमांस पर प्रतिबंध से किसानों के लिए अनुपयोगी गायों और बैलों को रखना आर्थिक रूप से मुश्किल हो जाएगा।
उन्होंने कहा ‘‘गाय हिंदुओं के लिए शुभ मानी जाती है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। लेकिन बैल और दूध न देने वाली गायों को आम तौर पर किसान बेच देते हैं।’’ अठावले ने यहां एक कार्यक्रम से अलग कहा ‘‘इसलिए अगर गौमांस पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया तो किसान ऐसी गायों और बैलों को बेच नहीं पाएंगे और उन्हें रखना उनके लिए आर्थिक रूप से मुश्किल हो जाएगा। अत: हम इसका :गौमांस पर पूर्ण प्रतिबंध का: विरोध करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि धर्म विशेष के अनुसार, कुछ दिनों के लिए अस्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
अठावले ने कहा ‘‘हम गौमांस पर पूर्ण प्रतिबंध का विरोध करते हैं। लेकिन कुछ विशेष धर्म के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए शुभ दिनों के दौरान 2..4 दिन का प्रतिबंध लगाया जा सकता है।’’ अठावले की टिप्पणी दिल्ली के भाजपा सांसद उदित राज की टिप्पणी के संदर्भ में थी। उदित राज ने कहा था कि निर्धन परिवार में पैदा होने के बावजूद जमैका के धावक उसेन बोल्ट ने ओलंपिक खेलों में नौ पदक जीते क्योंकि उनके प्रशिक्षक ने उन्हें दिन में दो बार बीफ खाने की सलाह दी थी।
महाराष्ट्र सरकार के पिछले साल बीफ़ पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का अठावले ने विरोध किया था।