VVIP हस्तियों की हवाई यात्रा को लेकर…CAG ने की एयर इंडिया की खिंचाई, पढ़िए क्यों ?

0
एयर इंडिया

राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के विशेष दौरों के लिए करोड़ों बकाया रुपये नहीं वसूल पाने की खातिर CAG ने एयर इंडिया की खिंचाई की है। इसने भारत सरकार और एयर इंडिया लिमिटेड से VVIP चार्टर्ड उड़ानों पर आए खर्च की वसूली के लिए और प्रयास करने को कहा है। इसी साल मार्च में जारी अपनी आखिरी रिपोर्ट में नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक यानी  CAG ने सरकार का ध्यान इस ओर खींचा है।

RTI के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ खुलासा

यह जानकारी रिटायर्ड कमोडोर लोकेश बत्रा ने  RTI के तहत मांगी थी। ग के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में कहा गया है कि सिविल एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू और अधिकारियों ने कई मंत्रालयों को 31 पत्र लिखे। सभी से यह रिक्वेस्ट की गई कि एयर इंडिया के बकाए का समय से पेमेंट किया जाये। पत्र में VVIP उडानों और स्पेशल मिशन के बजट में बदलाव करने को भी कहा गया था।

इसे भी पढ़िए :  नोटबंदी: PM मोदी पर कांग्रेस का निशाना, कहा- देश का चौकीदार सो रहा, जबकि गरीब आदमी जाग रहा

RTI के तहत पूछे गये सवाल के जवाब में कहा गया है

चार्टर्ड VVIP उड़ानों, विमान के रखरखाव और विदेश मंत्रालय के विदेशों में फंसे लोगों को निकालने के लिये चलाये गये मिशन का 31 मार्च 2017 तक 451.75 करोड़ रुपये का बकाया है। इसमें से कुछ बिल तो 2006 के हैं।

डेटा के मुताबिक, राष्ट्रपति के दौरे का 27 करोड़ 70 लाख रुपये, उप-राष्ट्रपति के दौरे का 351 करोड़ 82 लाख रुपये और प्रधानमंत्री के दौरे का 45 करोड़ 97 लाख रुपये बकाया है। जबकि 14 करोड़ 66 लाख विदेशी गेस्ट और 11 करोड़ 59 लाख रुपये स्पेशल मिशन का बकाया है।

इसे भी पढ़िए :  तीन हाईकोर्ट के नाम बदले, केंद्र ने दी मंजूरी

RTI के तहत पूछे गए सवाल के जवाब में कहा गया है कि चार्टर्ड VVIP उड़ानों, विमान के रखरखाव तथा विदेश मंत्रालय के विदेशों में फंसे लोगों को निकालने के लिए चलाए गए मिशन का 31 मार्च 2017 तक 451.75 करोड़ रुपए का बकाया है। इसमें से कुछ बिल तो 2006 के हैं।

9 नवंबर 2016 से 10 फरवरी 2017 के दौरान प्रधानमंत्री की अमेरिका, अफ्रीकन देशों, उजबेकिस्‍तान, वियतनाम और थाईलैंड की यात्रा का 47.37 करोड़ रुपए का बिल बकाया है। इसके अलावा जून 2008 से मार्च 2017 के बीच उप-राष्‍ट्रपति की 22 यात्राओं का 206.19 करोड़ रुपए विदेश मंत्रालय पर बकाया है। इसके अतिरिक्‍त 2013, 2014, 2015 और 2016 के लिए बोइंग 747-400 जहाल के रखरखाव का 145.63 करोड़ रुपए भी बकाया है। ईराक, माल्‍टा, केरो के युद्धग्रस्‍त इलाकों से भारतीयों को निकालने और सितंबर 2005 में कैटरीना तूफान के दौरान अमेरिका को मदद पहुंचाने की सेवाओं का बिल भी मंत्रालय पर बकाया है।

इसे भी पढ़िए :  पहले ही हो गई थी जयललिता की मौत! अपोलो और AIADMK ने छुपाई थी बात

आपको बता दें कि एयर इंडिया के तीन बोइंग 747-400 विमान देश राष्ट्रपति, उप-राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं के लिए हमेशा तैयार रहता है। एयर इडिया एयरलाइंस दूसरे देशों में मुश्किल में फंसे नागरिकों को वापस लाती है और विदेशों से आने वाले गेस्ट के लिए भी सर्विस प्रोवाइड करती है।