जब अमरीकी सैनिकों ने बेदखल नेता सद्दाम हुसैन को खोज निकाला तो निक्सन इराक में थे। सद्दाम अपने गृहनगर तिकरित के पास एक भूमिगत खोह में मिले थे।
जब सद्दाम हुसैन के पकड़े जाने की ख़बर सामने आई तो अमरीका इस बात की पुष्टि करना चाहता था कि वह शख्स सद्दाम ही है। यह काम निक्सन को सौंपा गया। उस वक्त अफ़वाह थी कि कई नक़ली सद्दाम हुसैन हैं। हालांकि 2011 में सीआईए छोड़ने वाले निक्सन ने कहा कि उनके दिमाग़ में सद्दाम को पहचानने को लेकर कोई दुविधा नहीं हुई।
निक्सन ने कहा, ”जब मैंने उनसे बात करनी शुरू की तो उन्होंने वही तेवर दिखाया जो सालों से मेरे डेस्क पर पड़ी किताब में था।” सद्दाम हुसैन से पूछताछ की जिम्मेदारी निक्सन को दी गई। निक्सन पहले शख्स थे जिन्हें सद्दाम हुसैन से विस्तार से पूछताछ की। निक्सन ने कई दिनों तक यह काम किया था।
निक्सन ने कहा, ‘मैं ख़ुद को प्रेरित करता रहा कि दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड शख्स से सवाल-जवाब कर रहा हूं। यह थोड़ा बेढंगा लग रहा था।” निक्सन ने कहा कि सद्दाम हुसैन से पूछताछ करते हुए उन्हें लगा कि इस पूर्व राष्ट्रपति में व्यापक पैमाने पर विरोधाभास हैं।