दिल्ली: सद्दाम हुसैन, एक ऐसा नाम जिसने अमेरिका के सामने मरते दम तक हथियार नहीं डाले, एक ऐसा तानाशाह जिसने आधुनिक तकनीक से लैस अमेरिकी सेना को 21 दिनों तक लड़ाई में उलझाए रखा। जब अमेरिकी सेना ईराक में घुसी तब भी इराक का यह राष्ट्रपति उसके हाथ नहीं लगा। तब सद्दाम भूमिगत हो गए थे। जब सद्दाम अमेरिकी सेना के हाथ लगा तब वो तिकरित शहर के एक घर में छुपा हुआ था और उसने बिना किसी लड़ाई के समपर्ण कर दिया था |
जब 2003 में इराक के पूर्व राष्ट्रपति को पकड़ा गया था तो सीआईए को एक विशेषज्ञ की ज़रूरत थी, जो उन्हें पहचान सके और पूछताछ कर सके। तब सीआईए ने विशेषज्ञ जॉन निक्सन को इस काम के लिए भेजा।
निक्सन 1998 में सीआईए में भर्ती होने से पहले सद्दाम हुसैन पर अध्ययन कर रहे थे। बीबीसी के एक प्रोग्राम में उन्होंने बताया कि उस दौरान उन्होंने क्या किया था। निक्सन दुनिया भर के नेताओं की गहरी परख रखने का काम करते हैं।
वे कहते हैं,”’जब नीति निर्माता संकट की घड़ी में होते हैं तो वे हमारे पास कुछ सवालों के साथ आते हैं। पूछते हैं कि वे लोग कौन हैं, आख़िर वे चाहते क्या हैं और ऐसा वे क्यों कर रहे हैं”।