दिल्ली: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आज पाकिस्तान को ‘‘पराजित ताकत ’’ करार देते हुए कहा कि वर्ष 1971 के युद्ध अपराधों के एक दोषी को हाल में फांसी की सजा पर इस्लामाबाद के विरोध के बाद बांग्लादेश ने दक्षेस सम्मलेन से हटने का फैसला किया।
उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान एक हारा हुआ बल है। हमने उन्हें अपने मुक्ति संग्राम में हराया था, एक पराजित ताकत के रूप में वे बहुत चीजें कह सकते हैं जिससे हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ता.. पाकिस्तान का नजरिया कुछ नहीं बल्कि हारे हुए पक्ष की निंदा है जिसे बांग्लादेश की जनता को उस तरीके से ही मानना चाहिए।’’ शेख हसीना ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पाकिस्तान ने हाल में वर्ष 1971 युद्ध अपराध के एक दोषी को फांसी पर विरोध जताया था जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश ने इस्लामाबाद में प्रस्तावित 19वें दक्षेस सम्मेलन में शामिल नहीं होने का फैसला किया।
उन्होंने यह बात संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में शामिल होने के बाद न्यूयार्क से लौटने के एक दिन बाद कही।
यह पूछे जाने पर कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढते तनाव पर उनकी सरकार का क्या रूख है, उन्होंने कहा कि स्थिति से ’‘हम चिंतित’’ हैं।