J&K: पटरी पर लौटती जिंदगी, घाटी में शनिवार को कहीं नहीं लगा कर्फ्यू

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फाइल फोटो।

नई दिल्ली। कश्मीर में शनिवार(1 अक्टूबर) को पूरी तरह से हालात शांतिपूर्ण रहे। घाटी में कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगाना पड़ा। हालांकि, अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल ने लगातार 85वें दिन सामान्य जनजीवन बाधित किया।

एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि ‘‘घाटी के किसी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।’’ प्रवक्ता ने कहा कि ‘‘श्रीनगर सिटी के साथ-साथ घाटी के अन्य हिस्सों में लोगों की आवाजाही पहले से ज्यादा रही और गाड़ियां भी सड़कों पर निकली।’’ इससे पहले, सिटी में हालात सुधरने के बाद दिन में श्रीनगर से कर्फ्यू हटाया गया।

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पुलिस अधिकारी के मुताबिक, श्रीनगर के उन इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया जहां एक दिन पहले बंदिशें लगाई गई थीं और शनिवार को कश्मीर में कहीं भी कर्फ्यू नहीं रहा।

इस बीच, पिछले महीने विरोध प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष में घायल हुए मुजफ्फर अहमद पंडित नाम के एक युवक ने शनिवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया और इसी के साथ कश्मीर घाटी में जारी मौजूदा अशांति में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 83 हो गई।

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अधिकारी ने बताया कि मुजफ्फर अहमद पंडित सितंबर के दूसरे हफ्ते में बडगाम जिले के नरबल इलाके के चेक-ए-कवूसा में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हुए संघर्ष के दौरान छर्रे लगने से घायल हो गया था।

युवक को कुछ दिन के इलाज के बाद एसएमएचएस अस्पताल से छट्टी दे दी गयी थी, लेकिन गंभीर संक्रमण होने के कारण कुछ दिन पहले उसे बेमिना के एसकेआईएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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अधिकारी ने कहा कि पंडित ने शनिवार की सुबह दम तोड़ दिया। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि घाटी में पिछले 24 घंटों के दौरान 51 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि घाटी में शनिवार हालात कमोबेश शांतिपूर्ण रहे।