शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा है आतंकवाद: राष्ट्रपति

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फोटो: साभार

नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार(3 नवंबर) कहा कि आतंकवाद विश्व की शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा उत्पन्न करता है। मुखर्जी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस बुराई को मिटाने के लिए साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया।

नेपाल की तीन दिवसीय यात्रा पर गए मुखर्जी ने कहा कि ‘‘आज आतंकवाद हमारी शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा उत्पन्न करता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। हमें आतंकवाद की समस्या को समाप्त करने के लिए सभी समाजों में सहिष्णुता और समझ को बढ़ावा देने की जरूरत है।’’

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मुखर्जी ने कहा कि 21वीं सदी में हम जिन समान चुनौतियों का सामना करते हैं, वे हमारे क्षेत्र और उसके आगे शांति और सुरक्षा का एक माहौल निर्माण को जरूरी बनाएंगी। उन्होंने कहा कि भारत क्षेत्रीय एवं उप क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के प्रति प्रतिबद्ध है।

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उन्होंने कहा कि भारत को इसकी खुशी है कि उसे प्रधानमंत्री प्रचंड और बिमस्टेक देशों के अन्य देशों के नेताओं का गोवा में ब्रिक्स-बिमस्टेक आउटरीच सम्मेलन में क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए स्वागत करने का मौका मिला।

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मुखर्जी की यह यात्रा पिछले 18 वषरें में किसी भारतीय राष्ट्रपति की पहली नेपाल यात्रा है। नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने मुखर्जी के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन किया।