उरी हमले में आतंकियों को मदद कर रहा था अंदर का भेदिया!

0
उरी
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना और एनआईए ने चांज शुरू कर दी है। जांच एजेंसियों ने ऐसी संभावना जताई की है कि कोई अंदर का भेदिया आतंकियों की मदद कर रहा था। जनसत्ता की खबर के अनुसार, सेना को संदेह है कि 12 इन्फैंट्री ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए हमले के लिए आतंकियों को किसी ऐसे व्यक्ति ने मदद की हो जिसे कैम्प के बारे में अंदरूनी जानकारी रही हो।

इसे भी पढ़िए :  आतंकी हमलों को लेकर निशाने पर आए राजनाथ सिंह, खुफ़िया नाकामी पर उठे सवाल

सूत्रों के अनुसार आतंकियों को कैम्प के बारे में पूरी ख़बर थी। उन्हें ये तक पता था कि कैम्प के अंदर ब्रिगेड कमांडर का दफ्तर और कार्यालय किस जगह पर स्थित है। सूत्रों के अनुसार सेना आतंकियों के नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सुखदर से होते हुए उरी पहुंचने के रास्ते की भी पड़ताल कर रही है। करीब 500 आबादी वाला सुखदर गांव ब्रिगेड मुख्यालय से महज चार किलोमीटर दूर है। ऐसा लग रहा है कि गांव और ब्रिगेड मुख्यालय के बीच स्थित जंगल की वजह से आंतकियों को मदद मिली होगी।

इसे भी पढ़िए :  चीन से ‘दो-दो हाथ’ करने की प्लानिंग कर रहा है भारत, पढ़िए क्या करने वाला है

सूत्रों के अनुसार आंतकियों ने जैसा घातक हमला किया उससे लगता है कि उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति की मदद मिली थी जिसे न केवल इस इलाके की बल्कि सैनिक टुकड़ियों की आवाजाही की भी पूरी जानकारी थी। सूत्रों के अनुसार आतंकियों ने पहले एलओसी पर लगी बाड़ को पार किया और उसके बाद ब्रिगेड मुख्यालय पर लगी बाड़ को, फिर सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के पिकेट और चेकपोस्ट को।

इसे भी पढ़िए :  विजय माल्या ने अपने बच्चों को दिए 4 करोड़ डॉलर, अब सुप्रीम कोर्ट ने मांगा जवाब

Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse